जापान में छाया रहमान का जादू, नवाजे गए ग्रांड फुकुओका पुरस्कार से

shalini
Published on: 31 May 2016 1:35 PM IST
जापान में छाया रहमान का जादू, नवाजे गए ग्रांड फुकुओका पुरस्कार से
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मुंबई: संगीत की दुनिया के जादूगर एआर रहमान को अपने म्‍यूजिक के लिए एशियाई कल्‍चर में बेस्‍ट योगदान के लिए जापान का खास ग्रांड फुकुओका पुरस्कार 2016 का विजेता घोषित किया गया है। प्राइज सेरेमनी के तहत रहमान को ‘फ्रॉम द हार्ट - द वर्ल्ड ऑफ ए आर रहमान्स म्यूजिक’ टॉपिक पर व्याख्यान देने के लिए इंवाइट किया गया है। फुकुओका प्राइज कमेटी के सचिवालय ने 49 साल के रहमान को फिलिपीन के हिस्‍टोरियन अमेठ आर ओकांपो (अकादमिक पुरस्कार) और पाकिस्तान की यास्मीन लारी (कला और संस्कृति पुरस्कार) के साथ सम्मान के लिए चुना है।

1990 में हुई थी इस पुरस्कार की स्थापना

-जापान के फुकुओका शहर में 1990 में इस सालाना पुरस्कार की स्थापना की गई थी।

-इसका उद्देश्य एशिया की अनोखी और डायवर्स कल्‍चर को प्रिजर्व और एनकरेज करने के लिए काम करने वाले लोगों, संगठनों और समूहों को सम्मानित करना है।

-रहमान ने मणि रत्नम की तमिल फिल्म ‘रोजा’ के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। फिल्म ‘रंगीला’ से उनका बॉलीवुड में आगाज हुआ।

इन फिल्मों से छाया रहमान के संगीत का जादू

-‘बॉम्बे’, ‘दिल से’, ‘ताल’, ‘लगान’, ‘रंग दे बसंती’, ‘दिल्ली 6’, ‘रॉकस्टार’, ‘हाईवे’ और ‘तमाशा’ सहित बहुत सी फिल्मों में रहमान ने अपने संगीत का जादू जगाया।

-डैनी बॉयल की ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के गीत ‘जय हो’ से रहमान ने हॉलीवुड में अपने म्‍यूजिकल करियर की शुरुआत की।

-इस गीत ने दो एकेडमी अवॉर्ड और एक गोल्डन ग्लोब ट्राफी जीती।

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