×

बॉलीवुड एक्टर डॉयरेक्टर नीरज वोरा का निधन, 1 साल से थे कोमा में

एक्टर और फिल्ममेकर नीरज वोरा का गुरुवार (14 दिसंबर) की सुबह 4 बजे क्रिटी केयर अस्पताल में निधन हो गया। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में उन्हें हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक आया था। इसके बाद उन्‍हें दिल्ली स्थित एम्स में एडमिट कराया गया था। वहां वो कोमा में चले गए थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। 

priyankajoshi
Published on: 14 Dec 2017 10:03 AM IST
बॉलीवुड एक्टर डॉयरेक्टर नीरज वोरा का निधन, 1 साल से थे कोमा में
X

मुंबई: एक्टर और फिल्ममेकर नीरज वोरा का गुरुवार (14 दिसंबर) की सुबह 4 बजे क्रिटी केयर अस्पताल में निधन हो गया। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में उन्हें हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक आया था। इसके बाद उन्‍हें दिल्ली स्थित एम्स में एडमिट कराया गया था। वहां वो कोमा में चले गए थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

उन्हें पहले फिरोज नाडियाडवाला के घर बरकत ले जाया जाएगा। उसके बाद आज 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। परेश रावल ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताया।



एम्स से उन्हें उनके दोस्त फिरोज नाडियाडवाला के घर शिफ्ट कर दिया गया था। कहा जा रहा था कि फिरोज नाडियाडवाला उनकी सारी जिम्‍मेदारी उठा रहे हैं। फिरोज ने जुहू स्थित अपने घर 'बरकत विला' के एक कमरे को आईसीयू में बदल दिया था। मार्च 2017 से ही 24 घंटे एक नर्स, वॉर्ड ब्वॉय और कुक नीरज के साथ रहता था। इसके अलावा फिजियोथेरेपिस्ट, न्यूरो सर्जन, एक्यूपंक्चर थेरेपिस्ट और जनरल फिजिशियन हर हफ्ते विजिट पर आते हैं।

पैसों की भी थी तंगी

हालांकि इस साल अगस्त में उनमें सुधार के संकेत दिखे थे। बता दें कि नीरज ने 'फिर हेराफेरी', 'खिलाड़ी 420' जैसी फिल्‍म निर्देशित की थी। वे थिएटर में भी एक्टिव थे। उन्होंने गुजराती प्‍ले आफ्टरनून भी किया था। इसके अलावा नीरज राइटर भी थे। उन्‍होंने 'रंगीला', 'अकेले हम अकेले तुम', 'ताल', 'जोश', 'बदमाश', 'चोरी चोरी चुपके चुपके', 'आवारा पागल दीवाना' जैसी फिल्‍मों के संवाद लिखे थे। नीरज 'हेराफेरी 3' पर काम कर रहे थे, लेकिन बीमारी के चलते इसमें रुकावट आ गई। बताया जा रहा था कि वह पैसों की तंगी से भी जूझ रहे थे।

priyankajoshi

priyankajoshi

इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

Next Story