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किसानों को रोकने के लिए बिछाई गई कीलें तो भड़क उठे एक्टर, देखिए क्या बोले ये सितारे
Kisan Andolan: पंजाब, हरियाणा के साथ-साथ अन्य हिस्सों के किसान भी एक बार फिर आंदोलनरत हैं। किसान दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की जा रही है।
Kisan Andolan: एक बार पंजाब-हरियाणा और अन्य हिस्सों के किसान आंदोलनरत हैं और दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की जा रही है। जहां एक तरफ किसान अपनी मांगो को लेकर लगातार दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं, तो वहीं किसानों को शंभू बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर रोककर रखा गया है। किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए तगड़ी बैरिकेडिंग की गई और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए हैं। दिल्ली सहित अंबाला, जींद और फतेहाबाद जिलों में पंजाब-हरियाणा सीमाओं को सील कर दिया गया। सीमा पर सीमेंट की बैरिकेडिंग की गई है और सड़क पर कीलें बिछाई गई हैं। अब इस बीच सड़कों पर कीलें लगाने की खबरों को लेकर बॉलीवुड एक्टर्स सरकार पर निशाना साध रहे हैं। सोशल मीडिया लोग किसानों के समर्थन में पोस्ट कर रहे हैं। वहीं, अब एक्टर्स भी किसानों के समर्थन में आ गए हैं। बॉलीवुड एक्टर प्रकाश राज का एक ट्वीट इस बीच काफी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने किसानों के समर्थन में काफी कुछ लिखा है।
किसानों के समर्थन में उतरे प्रकाश राज
साउथ सहित बॉलीवुड की कई फिल्मों का हिस्सा रह चुके एक्टर प्रकाश राज ने प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वह भारत के नक्शे पर कीले लगाते नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए प्रकाश राज ने लिखा- ‘सर्वोच्च समाधान यह आज किसानों के साथ नहीं रुकेगा। कल यह नौकरी, स्वास्थ्य, शिक्षा और यही न्याय मांगने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ होगा। यह हम में से प्रत्येक के साथ एक दिन होगा। सबका नंबर आएगा। इसलिए किसानों का समर्थन करें।’
नेहा सिंह राठौर ने भी सरकार पर साधा निशाना
इसके अलावा, एक्ट्रेस व सिंगर नेहा सिंह राठौर ने भी किसानों का समर्थन करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। नेहा ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा- ‘सारी कीलें दिल्ली बॉर्डर पर ही ख़त्म कर दी हैं या कुछ कीलें चाइना बॉर्डर के लिए भी बचा रखी हैं?’ अब नेहा सिंह राठौर और प्रकाश राज के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स जमकर कमेंट कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि इससे पहले किसानों ने साल 2020-21 में आंदोलन किया था। दिल्ली की सीमाओं पर हुए इस आंदोलन के आगे मोदी सरकार को भी घुटने टेकने पड़े थे। 2021 की तरह ही इस बार भी किसान एक बार फिर से अपनी तमाम मांगों के साथ सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। इस बार किसानों की मांगे हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाया जाए। किसान कृषि ऋण भी माफ करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा भी किसानों की कई मांगें हैं।