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डायरी में सुशांत का राज: पन्नों में लिखी थी अपनी सच्चाई, झूठे थे सारे दावे

14 अप्रैल को बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड का मामला सामने आया था। उस वक्त तक उनके सुसाइड करने की वजह डिप्रेशन बताई जा रही थी। ऐसे में तमाम बातें सामने आई।

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Published on: 17 Sept 2020 5:44 PM IST
डायरी में सुशांत का राज: पन्नों में लिखी थी अपनी सच्चाई, झूठे थे सारे दावे
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14 अप्रैल को बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड का मामला सामने आया था। उस वक्त तक उनके सुसाइड करने की वजह डिप्रेशन बताई जा रही थी। ऐसे में तमाम बातें सामने आई।

मुंबई: 14 अप्रैल को बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड का मामला सामने आया था। उस वक्त तक उनके सुसाइड करने की वजह डिप्रेशन बताई जा रही थी। ऐसे में तमाम बातें सामने आई। जिसमें कभी ये बताया गया कि वे बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे, तो कभी ये बताया गया कि वे आर्थिक दिक्कतों से परेशान थे। पर सुशांत सिंह के व्यक्तित का एक ऐसा बहुत अहम पहलू भी था, जहां वे खुद को हमेशा मोटिवेट आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते दिखाई देते थे।

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लोगों की मदद करना

सुशांत हमेशा से खुद को पॉजिटिव रखने की कोशिश करते थे। निराश को भी वे आशा में बदल देते थे, लोगों की मदद करना, उनके चेहरे पर मुस्कान सुशांत को बहुत भाता था। ऐसे में सूत्रों से मिले सुशांत के नोट्स को देखकर ये समझ आता है कि सुशांत खुद को हर स्थिति में मजबूत कैसे रखा करते थे।

नोट्स को देखकर पता चलता है कि सुशांत को किताबों का काफी शौक था। उन्हें जो भी कुछ अच्छा लगता, वे उसे हमेशा लिख लिया करते थे। नोट्स को देख भी समझ आता है कि सुशांत सिंह राजपूत को संत कबीर के दोहे खासा पसंद थे। वे उनकी सोच से प्रभावित थे। एक्टर ने उन नोट्स में कबीर का एक दोहा लिखा है। दोहा है- जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाहिं।

Sushant Singh Rajpoot फोटो-सोशल मीडिया

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इसके बाद अब सुशांत का इन दोहों को लिखना ही बता रहा है कि वे काफी पॉजिटिव माइंडफ्रेम में थे। वे ना सिर्फ गहरी चीजें पढ़ रहे थे बल्कि उन्हें अपनी जिंदगी में उतारने की कोशिश भी कर रहे थे। एक्टर ने कबीर के दोहे के अलावा मोमिन के शेर भी उन नोट्स में लिखे हैं। शेर कुछ इस प्रकार है- तुम मिरे पास होते हो गोया, जब कोई दूसरा नहीं होता।

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क्वांटम फिजिक्स में काफी दिलचस्पी

पढ़ाई की बात करें तो सुशांत को क्वांटम फिजिक्स में काफी दिलचस्पी थी। वे उस बारे में काफी पढ़ा करते थे। सुशांत के नोट्स में लिखा है- वास्तविकता का तब तक कोई महत्व नहीं जब तक आप उसे नापने की कोशिश ना करें। ऐसी कई जरूरी बातें सुशांत ने अपने नोट्स की जरिए बयां की हैं।

डिप्रेशन की बात करने वाले इन नोट्स को पढ़ेें तो कोई नहीं कह सकता कि सुशांत किसी बात से परेशान थे। उल्टा वे तो काफी खुश और अपने आप को लेकर फोकस नजर आ रहे है। नोट्स के हिसाब से तो उस समय सुशांत केदारनाथ फिल्म की तैयारी कर रहे थे और एक्ट्रेस कृति सेनन संग अपनी बॉन्डिंग एन्जॉय कर रहे थे। सुशांत काफी खुशदिल इंसान थे।

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