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सीबीएफसी को खत्म कर दिया जाए : कह रहे हैं मनीष तिवारी

Rishi
Published on: 28 Jan 2018 11:04 AM GMT
सीबीएफसी को खत्म कर दिया जाए : कह रहे हैं मनीष तिवारी
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नई दिल्ली : कांग्रेस सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को खत्म कर दिया जाना चाहिए। तिवारी ने ट्वीट किया, "मेरी समझ से प्रसून जोशी को जयपुर साहित्य उत्सव में ससम्मान शामिल होना चाहिए। अच्छे लोगों को बुराई को अच्छाई तक लाने के लिए कुछ नहीं करना होता है। मैं मानता हूं कि फिल्म प्रमाणन बोर्ड को खत्म कर देना चाहिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जैसे मुद्गल कमेटी के साथ किया था। जब तक फिल्म प्रमाणन बोर्ड है, तब तक मंत्रालय और बोर्ड को इसकी गरिमा का सम्मान करते रहना चाहिए।"



कांग्रेस नेता ने करणी सेना की धमकी मिलने के बाद फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी द्वारा जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करने के संदर्भ में यह बयान दिया। करणी सेना ने प्रसून जोशी द्वारा फिल्म 'पद्मावत' को हरी झंडी देने के कारण उन्हें जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल नहीं होने की धमकी दी थी।

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इससे पहले जोशी ने 'पद्मावत' मुद्दे पर बयान दिया था, "मैंने अपना काम किया और ईमानदारी से संतुलित निर्णय लिया। जैसा कि मैं पहले ही बोल चुका हूं कि फिल्म का प्रमाणन एक निश्चित प्रक्रिया के तहत होता है, जिसमें समाज और फिल्म की कहानी को ध्यान में रखकर सभी जायज सुझावों पर विचार किया जाता है।"

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संजय लीला भंसाली की 'पद्मावत' को भारत भर में रिलीज की अनुमति मिलने के बाद भी यह फिल्म कुछ राज्यों में रिलीज नहीं हो सकी है। इसलिए जहां भी इस फिल्म का प्रदर्शन हो रहा है, उन सिनेमाघरों में लंबी कतारें लगी हुई हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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