Holi 2022: यह गीत बनाते हैं हर साल होली में मस्ती का माहौल

Holi 2022: हर साल लोग बॉलीवुड गानों के ज़रिए होली का त्यौहार मनाते नज़र आते हैं। ऐसे ही कुछ गीतों के बारे में यहां जाने ।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Monika
Published on: 17 March 2022 3:58 AM GMT
Holi songs
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होली के गीत (फोटो : सोशल मीडिया )

Holi 2022: देश में वैसे तो कई त्यौहार वर्षो से मनाए जाते आ रहे हैं पर हिन्दी फिल्मों कें होली गीतों ने इसके महत्व को और भी बढ़ाने का काम किया। हर साल ये गीत होली के मौके पर संगीत प्रेमियों के मन में उत्साह एवं स्फूर्ति पैदा करने का काम करते हैं। हांलाकि इधर कुछ सालों में फिल्मों में होली गीतों का फैशन कुछ कम हुआ है पर पचास से लेकर नब्बे के दशक तक हिन्दी फिल्मों के कई होली गीतों ने झूम मचाई है।

मदर इंडिया- होली आई रे कन्हाई

देश की आजादी के बाद पहली सुपर हिट फिल्म 'मदर इंडिया' के गीत 'होली आई रे कन्हाई' ने लोगों के दिलों में ऐसी जगह बनाई जिसे आज तक कोई हटा नहीं पाया। 1957 में आई महबूब खान की इस फिल्म का ये गीत शमशाद बेगम और लता मंगेशकर ने गाया था जिसे परदे पर सुनील दत्त नरगिस दत्त, राजकुमार, राजेन्द्र कुमार और अभिनेत्री अजरा पर फिल्माया गया था। गीत में बाल कलाकार साजिद खान के एक मिनट के नृत्य को लोग आज भी बेहद पसंद करते है।

नवरंग- अरे जा रे हट नटखट, न छू मेरा घूंघट

मदर इंडिया के दो साल बाद 1959 में निर्माता निर्देशक व्ही शांताराम ने जब नवरंग फिल्म का निर्माण किया तो उन्होंने अभिनेत्री संध्या पर और गोपीकृष्ण पर इस गीत को फिल्माने का काम किया। पंडित भरत व्यास के गीत और सी रामचंद्र की सुपरहिट जोड़ी ने इस गीत को ऐसा सजाया कि उस दौर के दर्शकों का यह प्रिय गीत कहा जाता है। इस गीत का फिल्मांकन और नृत्य असाधारण है।

कटी पंतग- आज न छोड़ेंगे बस हमजोली खेलेंगे हम होली

सत्तर के दशक की शुरूआत में ही निर्माता शक्ति सामंत ने एक फिल्म बनाई कटी पंतग। वैसे तो फिल्म के सारे गाने हिट हुए पर किशोर कुमार और लता मंगेशकर का गाया गीत ''आज न छोडे़गे बस हमजोली खेलेंगे हम होली'' सुपर हिट साबित हुआ। इस गीत की विशेषता इसके उतार चढ़ाव की है। जहां किशोर कुमार इस गीत की गति को तेज करते हैं वहीं लता मंगेशकर इसे धीमा करती है। इसके अलावा परदे पर अभिनेता राजेश खन्ना के मस्ती भरे अंदाज ने इसे और खूबसूरत बनाने का काम किया।

फागुन- पिया संग होली खेलूं फागुन आयो रे

होली के मिल रहे गीतों की सफलता को देखकर ही 1973 में एक फिल्म आई फागुन। जिसमें धर्मेन्द्र और वहीदा रहमान पर एक होली गीत फिल्माया गया। मजरूह सुल्तानपुरी द्वारा रचित और सचिन देव बर्मन के स्वरबद्व इस गीत को भारतीय परम्परा का बेहतरीन गीत माना जाता है। परदे पर साधारण तरीके से फिल्माए गए इस गीत को लता मंगेशकर ने बेहद संजीदा तरीके से गाया है जिसे मध्यम श्रेणी और सीधे साधे परिवार की महिलाएं आज भी बडे चाव से सुनती और देखती हैं।

शोले- होली के दिन दिल खिल जाते हैं

फिल्मी इतिहास की सुपर डुपर हिट फिल्म 'शोले ' को दर्शक आज भी याद करते हैं। साथ ही इस फिल्म के गीत ''होली के दिन दिल खिल जाते हैं, रंगों मे रंग मिल जाते हैं'' भूले नहीं हैं। 1975 में जीपी सिप्पी की बनाई 'शोले' फिल्म में धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी ने बेहद मस्ती और चुहल भरे अंदाज में परदे पर गाया है। किशोर कुमार और लता मंगेशकर का यह गीत होली के मौके पर लोगों के मन में आज भी मस्ती भरने का काम करता है।

सिलसिला- रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे

त्रिकोणीय प्रेम पर आधारित फिल्म 'सिलसिला' का जब यश चोपड़ा ने 1981 में बनाई तो उन्होंने अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन के लिखे गीत रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे को फिल्म में डालने का काम किया। अमिताभ बच्चन संजीव कुमार रेखा और जयाभादुड़ी पर फिल्माए गाए इस गीत को बांसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया और संतूर बादक शिव प्रसाद शर्मा ने ऐसा संगीतबद्व किया कि यह गीत आज भी गांव देहातों से लेकर शहरों तक में होली के मौके पर सुनने को मिल जाता है। यह गीत हर साल होली के मौके पर जगह जगह सुनाई देता है।

नदिया के पार- जोगी जी धीरे-धीरे

मध्यम श्रेणी परिवारों के जीवन पर आधारित फिल्में बनाने वाले ताराचंद बड़जात्या के बैनर राजश्री प्रोडक्शन ने 1982 में एक फिल्म बनाई नदिया के पार। जिसका निर्देशन पहली बार गोबिन्द-मुनीस के कंधो पर डाला गया। पर गोबिन्द-मुनीस ने अपनी पहली ही फिल्म को हिट करा लिया। फिल्म के होली गीत को गायक जसपाल सिंह हेमलता और चंद्राणी मुखर्जी ने जिस मस्ती भरे अंदाज से गाया उतनी ही मस्ती से सचिन और साधना सिंह ने रविन्द्र जैन के संगीत निर्देशन में इसे फिल्मी परदे पर जीवंत करने का काम किया।

आखिर क्यों- सात रंग में खेल रही हैं दिल वालों की टोली रे

अपनी फिल्मों के टाइटल हमेशा 'अ' अक्षर से शुरू करने वाले और अभिनेता ़ऋतिक रोशन के नाना जे. ओमप्रकाश ने 1985 में एक फिल्म बनाई 'आखिर क्यों'। वैसे तो इस फिल्म में आनन्द बख्शी और लक्ष्मी-प्यारे की जोडी के सारे गीत हिट रहे पर राकेश रोशन टीना मुनीम और स्मिता पाटिल पर फिल्माया गया होली गीत बेहद सफल रहा।

मशाल- होली आई देखो, होली आई रे

निर्माता निर्देशक यश चोपड़ा ने 1984 में लीक से हटकर एक फिल्म 'मशाल' बनाई। जिसमें उन्होंने अपनी फिल्म 'सिलसिला' के बाद एक बार फिर होली गीत को पेश किया। किशोर कुमार महेन्द्र कपूर और लता मंगेशकर के गाए इस गीत को उनके भाई हदयनाथ मंगेशकर ने स्वरबद्व किया और परदे पर अभिनय सम्राट दिलीप कुमार वहीदा रहमान अनिल कपूर और रति अग्निहोत्री पर फिल्माया गया।

ये जवानी है दीवानी- बलम पिचकारी जो तूने मुझे मारी

होली पर बने गीतों में इस फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' का गीत से ज्यादा इस फिल्म का यह गीत 'बलम पिचकारी' जो तूने मुझे मारी बेहद हिट हुआ। निर्देशक अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित यह फिल्म 2013 में बनी। गायक विशाल डडलानी और शालमली खोलगडे के इस गीत को परदे पर रणवीर कपूर और दीपिका पाडुकोण पर फिल्माया गया। संगीतकार प्रीतम के स्वरबद्व किए गए इस गीत को सुनते ही युवा पीढी आज भी मस्ती करने पर उतारू हो जाती है।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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