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Johny Walker : शराब को कभी हाथ न लगाने वाला पर्दे पर बना नंबर 1 शराबी, कभी बस कंडक्टर बन करता था जीवनयापन
महान हास्य कलाकार जॉनी वॉकर को कौन नहीं जानता। लेकिन अभिनेता के संघर्ष की कहानी है बेहद दिलचस्प।
Johny Walker : बॉलीवुड के महान हास्य कलाकर जॉनी वॉकर (Johny Walker) मूल रूप से इंदौर के रहने वाले थें। उनके जीवन की कहानी किसी फिल्म की स्टोरी से कम नहीं है। जॉनी वॉकर का बचपन गरीबी में गुजरा। जवानी में संघर्ष के लिए जॉनी मुंबई पहुंचे और फिर अचानक उनकी जिंदगी बदल गई। उन्होंने अपनी अधिकतर फिल्मों में शराबी की भूमिका निभाई है। उस दौर में उनकी कॉमिक टाइमिंग के सभी दीवाने थे। आज भी जॉनी वॉकर की फिल्मों को अगर कोई देखता है, तो अपनी हंसी नहीं रोक पाता। जॉनी ने अपने जमाने के सभी बड़े फिल्ममेकर्स के साथ काम किया। उनके ऊपर फिल्माया गया गाना 'सर जो तेरा चकराए' को आज भी लोग गुनगुनाते हैं।
जॉनी वॉकर का असली नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी
फिल्म उद्योग में शराब का सेवन करना आम बात है। लेकिन जॉनी वॉकर (Johny Walker) हिन्दी सिनेमा के एक ऐसे अभिनेता थें जिन्होंने कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाई। लेकिन जब बात पर्दे पर शराबी के भूमिका की हुई, तो ऐसा लगता था मानो उनसे बड़ा कोई बेवड़ा हुआ ही नहीं। बता दें कि जॉनी वॉकर का असली नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी था। जॉनी वॉकर के इस नाम के पीछे एक बड़ा दिलचस्प किस्सा है। बताया जाता है कि जॉनी, शुरुआत में अपने असली नाम से ही कई फिल्मों में काम किया करते थें। अधिकतर फिल्मों में शराबी के किरदार करने की वजह से फिल्म निर्देशक और अभिनेता गुरु दत्त ने इनका नाम एक पॉपुलर व्हिस्की ब्रांड के नाम पर जॉनी वॉकर रख दिया।
हर महीने की तनख्वाह 26 रुपये मिलती थी
जॉनी वॉकर (Johny Walker) के जवानी के दिन बड़े संघर्षपूर्ण रहे हैं। फिल्मी करियर से पहले पेट भरने और परिवार को दो पैसे की आमदनी हो, इसकी खातिर जॉनी ने बस कंडक्टर की नौकरी की। उस जमाने में उन्हें हर महीने की तनख्वाह 26 रुपये मिलती थी। जॉनी अपने निराले अंदाज में बस यात्रियों का मनोरंजन करते हुए अपना काम किया करते थें। इसी दरम्यान उनकी किस्मत का दरवाजा बलराज साहनी जी ने खोला। बलराज साहब ने जॉनी वॉकर को डायरेक्टर गुरु दत्त(Guru Dutt) से एक बार मिलने को कहा। गुरु दत्त उस वक्त अपनी फिल्म 'बाजी' (Baji) की शूटिंग की तैयारी मे लगे हुए थे।
जॉनी वॉकर ने अपने फिल्मी सफर में तकरीबन 300 फिल्में की
जॉनी वॉकर (Johny Walker) ने गुरु दत्त के सामने शराबी की एक्टिंग करके दिखाई, गुरू दत्त को जॉनी की यह अदा बेहद पसंद आई। इस तरह उन्हें फिल्म 'बाजी' में पहला ब्रेक मिला। फिर इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जॉनी वॉकर ने अपने फिल्मी सफर में तकरीबन 300 फिल्में की। जिसमें 'जाल', 'आंधियां', 'नया दौर', 'टैक्सी ड्राइवर', 'मुधमती,' 'कागज के फूल', 'गेटवे ऑफ इंडिया,' 'मिस्टर एक्स,' 'मेरे महबूब,' 'साईआईडी' जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। जॉनी वॉकर को पहला फिल्मफेयर अवार्ड फिल्म 'मधुमती' में सपोर्टिंग एक्टर के रोल के लिए मिला था। इसके बाद फिल्म 'शिकार' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार के अवॉर्ड से नवाजा गया।