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लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना कठिन : जुबिन नौटियाल
उत्तराखंड से आए गायक जुबिन नौटियाल ने 4 साल की उम्र से संगीत में अपनी रूचि दिखाना शुरू कर दिया था। 18 साल की उम्र में न सिर्फ देहरादून में, बल्कि पूरे उत्तराखंड में वह प्रसिद्ध हो गए।
देहरादून : उत्तराखंड से आए गायक जुबिन नौटियाल ने 4 साल की उम्र से संगीत में अपनी रूचि दिखाना शुरू कर दिया था। 18 साल की उम्र में न सिर्फ देहरादून में, बल्कि पूरे उत्तराखंड में वह प्रसिद्ध हो गए। जुबिन ने अपने करियर की शुरुआत साल 2012 में की। उसके बाद जुबिन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जुबिन मिर्ची अवार्ड से लेकर कई पुरस्कारों से सम्मानित किए गए। फिल्म इत्तेफाक में बप्पी दा के गाने 'रात बाकी' के लिए उन्होंने कहा, 'लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना थोड़ा कठिन होता है।
अपने इस नए रीमेक गीत के बारे में बात करते हुए जुबिन कहते हैं, 'पहले तो मैं कहना चाहूंगा कि मुझे फिल्म इत्तेफ़ाक़ का हिस्सा बनकर बहुत अच्छा लगा। मैंने कई गानों के रमिक्स बनाए, कई गानों को एक नए तरिके से पेश कर चुका हूं और यह इतना आसान काम नहीं हैं, क्योंकि जब लोगों की सोच और उनकी उम्मीद पर खरा उतरना होता है तो वह थोड़ा कठिन जरूर हो जाता है। जब किसी पुराने गाने को पुनः निर्मित किया जाता है तो उसमें दो ही बातें सामने आती हैं या तो वो बहुत अद्भुत हो सकता है या फिर पूरी तरह से ख़राब। इसलिए मैं अधिकतर रिमिक्स करने के लिए गानों का चुनाव करता हूं।
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बप्पी लाहिड़ी और आशा भोसले के इस गाने को जुबिन नौटियाल और निकिता गांधी ने मिलकर गाया है। इस गाने को सुनते हुए आप आसानी से पकड़ पाएंगे कि गाने में 'प्यार से' शब्द की जगह इत्तेफाक से का इस्तेमाल किया गया है। इस गाने को तनिष्क बागची ने बनाया है। तनिष्क के साथ काम करने के बारे में बात करते हुए ज़ुबिन कहते हैं, 'जब आप तनिष्क बागची जैसे कलाकार निर्माता के साथ काम करते हों तो वह मज़ा अलग होता है। वो हमेशा अपने नज़रिए से कुछ नया करने का प्रयास करते हैं। जब निर्माता ही कुछ नया करने में विश्वास रखता है तो गायक को भी वैसा कुछ करने की स्वतंत्रता होती है। हम दोनों ने साथ में जितने भी रिमिक्स गाने बनाए हैं उसे लोगों ने खूब सराहा हैं।
जुबिन कहते हैं कि तनिष्क और मैंने अपने करियर की शुरुआत लगभग साथ में ही की थी। उनके साथ काम करने का मौक़ा मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात हैं। मैं पहली बार उनसे तब मिला था जब वो मुंबई आए ही थे। हमने तुरंत साथ में काम करना शुरू कर दिया। इनके साथ काम करने का माहौल बहुत अच्छा होता है। हम दोनों कई गानों पर साथ काम कर चुके हैं। उनके बारे में जितने शब्द बोले जाएं उतने कम हैं।
ज़ुबिन नौटीयाल ने कई गानो के रिमिक्स बनाए 'हम्मा' से लेकर बादशाहो फिल्म का 'सोचा है' तक और इसी के साथ रिमिक्स गानों के लिए जुबिन ने जो महारथ हासिल की वह सराहनीय है। अपनी कला और प्रतिभा के साथ जुबिन रिमिक्स के 'बादशाह' बन गए।
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