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‘सैराट’ से सिर्फ इतनी अलग है ‘धड़क’, देखने से पहले जरुर पढ़ें रिव्यू...
नई दिल्ली : दिवगंत एक्ट्रेस श्रीदेवी की बेटी ‘जाहनवी’ और शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर की फिल्म ‘धड़क’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह दोनों की ही डेब्यू मूवी है। ऐसे में यह फिल्म जितना इन दोनों सेलिब्रिटीज के लिए मायने रखती है। उससे कहीं ज्यादा यह फिल्म डायरेक्टर ‘शशांक खेतान’ के लिए भी ख़ास है।
शशांक की डेब्यू मूवी ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ थी जिसमें उन्होंने आलिया भट्ट और वरुण धवन के साथ काम किया था। धड़क में उन्होंने दोनों ही नए कलाकारों को मौका दिया है। हालांकि यह फिल्म ब्लॉकबस्टर मराठी फिल्म सैराट की ऑफिशियल हिंदी रीमेक है। सैराट फिल्म को पिछले साल 2017 में कन्नड़ और पंजाबी में भी रीमेक किया गया और इस साल इसका हिंदी रूपांतरण रिलीज हो गया है।
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फिल्म: धड़क
डायरेक्टर: शशांक खेतान
स्टार कास्ट: ईशान खट्टर, जान्हवी कपूर ,आशुतोष राणा
अवधि: 2 घंटा 17 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
कहानी
कहानी की शुरुआत उदयपुर से होती है। जहां पार्थवी सिंह (जाह्नवी कपूर) के पिता रतन सिंह (आशुतोष राणा) काफी दबंग इंसान हैं उधर, मधुकर बागला (ईशान खट्टर ) उदयपुर में ही एक होटल चलाने वाले का बेटा है, मधुकर टूरिस्ट गाइड का काम भी करता है।
इसके बाद जब पार्थवी और मधुकर का मिलन होता है, दोनों एक-दूजे से प्यार करने लगते हैं तो रतन सिंह को यह बात अखरने लगती है। यही से कहानी में कई सारे ट्विस्ट की शुरुआत होती है। और स्टोरी का यू-टर्न यही से होता है, यानी की यह कहना गलत नहीं होगा कि धड़क ‘प्यार के लिए किसी भी हद को लांघने की कहानी है, जिसमें उंच-नीच, जात-पात का कोई हिसाब-किताब नहीं है।
खैर इसके आगे की कहानी जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
क्यों देखें
अगर आप श्रीदेवी की याद को ताजा करना चाहते हैं तो बेशक यह मूवी आपके लिए है साथ ही जाह्नवी के बोलने का तरीका यानी उनकी आवाज में एक अलग तरह का टेक्सचर देखने को मिलता है, जो उनकी एक्टिंग की खासियत है।
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वीक पॉइंट्स
फिल्म में रोमांस के साथ-साथ ऑनर किलिंग जैसे मुद्दे की तरफ भी ध्यान दिलाने की कोशिश की गई है। लेकिन कई ऐसी जगह है जहां पर दर्शक के तौर पर शायद आपको इमोशन कम नजर आए। फ़िलहाल ओवरआल आप इसे वन टाइम मूवी मान सकते हैं। यानी एक बार इस फिल्म को सिनेमाघरों में देखने में कोई बुराई नहीं।
म्यूजिक
अगर ‘धड़क’ के गाने की बात करें तो फिल्म का टाइटल ट्रैक पहले ही फैन्स के दिलोंदिमाग में घर कर चुका है। लेकिन लेकिन जिन लोगों ने याड लागला और झिंगाट को मराठी में सुना है। शायद फिल्मांकन के दौरान उन्हें यह हिंदी में पसंद ना आए।