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किसने कहा- कोई भी फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता, यह ठाकरे की कहानी है

शिवसेना के जनक बाल ठाकरे के जीवन पर आधारित 'ठाकरे' फिल्म की पटकथा लिखने वाले पार्टी नेता संजय राऊत ने कहा कि कोई भी फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता और फिल्म पर आपत्ति उठाने वाली केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड शिवसेना के संस्थापक के दृष्टिकोण को समझेगी।

Rishi
Published on: 29 Dec 2018 5:01 AM GMT
किसने कहा- कोई भी फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता, यह ठाकरे की कहानी है
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मुंबई : शिवसेना के जनक बाल ठाकरे के जीवन पर आधारित 'ठाकरे' फिल्म की पटकथा लिखने वाले पार्टी नेता संजय राऊत ने कहा कि कोई भी फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता और फिल्म पर आपत्ति उठाने वाली केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड शिवसेना के संस्थापक के दृष्टिकोण को समझेगी।

फिल्म के ट्रेलर लांच के मौके पर राऊत ने कहा, हमने बालासाहेब को ठीक वैसे ही पेश किया है जैसे वह हैं, जैसे उन्होंने अपने लोगों और राजनीतिक स्थिति पर विचार रखें हैं। हमने कुछ भी गढ़ा नहीं है। फिल्म के निर्देशक अभिजीत पनसे ने फिल्म में सबकुछ वास्तविक तरीके से दर्शाया है।

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उन्होंने कहा, कोई भी फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता। यह ठाकरे की कहानी है। कैसे कोई उसे रोक सकता है? बालासाहब ने अपने समय में कई लोगों पर प्रतिबंध लगाया। क्या आपलोग इसे भूल गए? कैसे सीबीएफसी यह निर्णय कर सकती है कि बाला साहेब की जिंदगी में क्या सही था या क्या गलत था? केवल परिवार के लोग यह जानते हैं। मैं निश्चिंत हूं कि सेंसर बोर्ड बालासाहेब के दृष्टिकोण को समझेगा। वे समय लेंगे, लेकिन वे समझ जाएंगे।

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रिपोर्ट के मुताबिक, ठाकरे के कुछ दृश्यों और वाक्यों से समस्या उत्पन्न हो सकती है और धार्मिक भावनाएं भड़क सकती है।

फिल्म में मुख्य भुमिका राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दकी ने निभाई है।

'ठाकरे' 25 जनवरी को हिंदी और मराठी भाषा में रिलीज होगी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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