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Oscar Award: कैसे होता है फिल्मों का ऑस्कर अवार्ड के लिए चयन, कितनी होती है प्राइज मनी
Oscar Award:ऑस्कर अवॉर्ड का क्रेज दुनियाभर में छाया रहता है। ऑस्कर अवॉर्ड को फिल्म जगत का सबसे बड़ा अवार्ड कहा जाता है। इस साल भी 24 जनवरी को ऑस्कर अवॉर्ड्स की घोषणा की जाएगी।
Oscar Award:ऑस्कर अवॉर्ड का क्रेज दुनियाभर में छाया रहता है। ऑस्कर अवॉर्ड को फिल्म जगत का सबसे बड़ा अवार्ड कहा जाता है। इस साल भी 24 जनवरी को ऑस्कर अवॉर्ड्स की घोषणा की जाएगी। हालांकि कुछ दिन पहले ही ऑस्कर अवॉर्ड को लेकर लिस्ट जारी की गई जिसमें दुनियाभर से कई फिल्मों को इसमें शामिल किया गया है।बता दें एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने ऑस्कर के लिए 301 फीचर फिल्मों की सूची जारी की है,इस लिस्ट में भारतीय फिल्म भी शामिल है।अवॉर्ड समारोह की बात करें तो 12 मार्च को लॉस एंजेलिस में आयोजित होगी।
ऑस्कर के लिए 10 भारतीय फिल्मों की लिस्ट में एसएस राजामौली की आरआरआर, संजय लीला भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़, रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट, विक्रांत रोणा, द कश्मीर फाइल्स, छेलो शो, इराविन निझल, मी वसंतराव, तुझया साथी काही ही का ने अपनी जगह बनाई है। बता दें भारतीय फिल्मों का चयन ऑस्कर के लिए फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की सिलेक्शन कमिटी करती है, दरअसल ये कमेटी देशभर के फिल्म निर्माताओं की संस्थाओं से फिल्में भेजने को कहती है। फिर इसके बाद अलग-अलग भाषाओं से आने वाली इन फिल्मों में से किसी एक को फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा जाता है। लेकिन इसके लिए भी नियम होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऑस्कर अवार्ड के लिए फिल्मों का चयन कैसे होता है और कितनी होती है प्राइज मनी। आइए जानते हैं विस्तार से:
ऑस्कर अवॉर्ड के लिए फिल्मों का चयन
इन नियमों को पालन करने के बाद ही किसी फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा जाता हैं। भारत की अगर बात करें तो भारत की ओर से हर साल ऑस्कर अवॉर्ड के लिए फिल्मों का चयन होता है लेकिन अभी तक ज्यादातर फिल्मों ने आखिरी पांच में जगह नहीं बना पाती है।
हालांकि महबूब खान की 'मदर इंडिया', मीरा नायर की 'सलाम बॉम्बे' और आशुतोष गोवारिकर की 'लगान' ही ऑस्कर पुरस्कार की आखिरी सूची तक पहुंच पाई लेकिन ऑस्कर अवॉर्ड जीतने से थोड़ी दूर रह गई। हालांकि ऑस्कर अवॉर्ड में ज्यादातर हॉलीवुड फिल्मों को ही चुना जाता हैं लेकिन इस अवॉर्ड समारोह में एक ऐसी कैटेगरी होती हैं जो विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए रखी जाती है। इस कैटेगरी के लिए ही ऑस्कर अकादमी दुनियाभर से फिल्में को शामिल करती है।
ऑस्कर के लिए फिल्मों का चयन इस नियम के तहत होता है
ऑस्कर के लिए भारत में वैसी फिल्मों का सिलेक्शन होता है जिसने पिछले एक साल में देश के किसी सिनेमाहॉल में रिलीज हुई हो।
साथ ही यह फिल्म अंग्रेजी में ना हो मतलब ये कि देश की किसी भी आधिकारिक भाषा में होनी चाहिए।
इसके अलावा इंग्लिश सबटाइटल्स का होना जरूरी हैं।
बता दें कोई भी मोशन फिल्म जो अमेरिका के 6 मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों लॉस एंजिल्स, न्यूयॉर्क, शिकागो, इलिनोयस, मियामी, फ्लोरिडा और अटलांटा, जॉर्जिया, में से कम से कम एक जगह कमर्शियल सिनेमागरों में दिखाई गई हो।
साथ ही वैसी फिल्म का चयन होता है जो 40 मिनट से ज्यादा बड़ी हो।
इसके अलावा वह फिल्म उस साल की 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच में शोकेस की गई हो।
यह भी नियम होता है कि फिल्म एक ही थियेटर में कम से कम लगातार एक हफ्ते तक चली हो।
ऑस्कर अवॉर्ड के अलावा कितनी होती है प्राइज मनी
दरअसल ऑस्कर ट्रॉफी तांबे की धातु से बनी होती है और इस मूर्ति पर सोने की परत चढ़ी होती है।
बता दें ऑस्कर ट्रॉफी 13.5 इंच (34 सेमी) लंबी होती है और वजन करीब 8.5 पाउंड (3.85 किलो) होता है।
डिजाइन की बात करें तो ट्राफी में एक योद्धा डिजाइन किया होता है जिसे आर्ट डेको में बनाया गया है।
दरअसल ट्रॉफी पर बना योद्धा तलवार लेकर पांच तिल्लियों वाली एक फिल्म रील पर खड़ा दिखता है।
आपको बता दें ये पांच तिल्लियां एकेडमी की मुख्य शाखाओं यानी एक्टर, डायरेक्टर, राइटर, प्रोड्यूसर और टेक्नीशियन्स का प्रतिनिधित्व करती है।
जानकारी के लिए बता दें ऑस्कर जीतने वाले कलाकारों को तब प्रॉफिट होता है जब वह अपनी अगली फिल्म या कोई प्रोजेक्ट साइन करते हैं।
दरअसल बेस्ट एक्टर ऑस्कर अवॉर्ड या बेस्ट एक्ट्रेस का अकादमी पुरस्कार विजेता अपनी अगली फिल्म के लिए पहले के मुकाबले 20 फीसदी तक अपनी फीस बढ़ा सकता है।
इसके अलावा ऑस्कर जीतने वाले कलाकार प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, प्रोडक्शन कंपनियों सबकी टॉप प्रायोरिटी भी बन जाते हैं।
साथ ही ऑस्कर जीतने वाला कलाकार पैसों के लिए इस अवॉर्ड को बेच नहीं सकते हैं।
हालांकि अगर कोई विजेता इस ट्रॉफी को बेचना चाहता है तो उसे इसे एकेडमी को ही बेचना होगा। इसके लिए मात्र 1 डॉलर ही मिलते हैं।