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कम उम्र में प्रकर्ष दिखा रहे डायरेक्शन और सिनेमेटोग्राफी में जलवा, बॉलीवुड में हुई एंट्री

सबसे कम उम्र के डायरेक्टर, सिनेमाटोग्राफर प्रकर्ष तिवारी ने बॉलीवुड में एंट्री ले ली है। उन्होंने बॉलीवुड के महशूर रैपर हनी सिंह के क्रू मेंबर के साथ भी

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Published on: 26 Oct 2017 3:59 PM IST
कम उम्र में प्रकर्ष दिखा रहे डायरेक्शन और सिनेमेटोग्राफी में जलवा, बॉलीवुड में हुई एंट्री
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गोरखपुर: कहते हैं कि टैलेंट की कोई उम्र नहीं होती है। ऐसा ही कुछ है गोरखपुर के उभरते डायरेक्टर और सिनेमाटोग्राफर प्रकर्ष तिवारी के साथ, जो कि उम्र में भले ही छोटे हैं, लेकिन टैलेंट के मामले में वह अपनी उम्र के लोगों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। यही वजह है कि बॉलीवुड में बहुत जल्द ही वह गोरखपुर का जलवा दिखाने वाले हैं।

म्यूजिक वीडियो के जरिए धूम मचा रहे सबसे कम उम्र के डायरेक्टर, सिनेमाटोग्राफर प्रकर्ष तिवारी ने बॉलीवुड में एंट्री ले ली है। उन्होंने बॉलीवुड के महशूर रैपर हनी सिंह के क्रू मेंबर के साथ भी काम किया है।

शॉट बाई इन्फ्लिक्ट ब्रांड नाम से काम में जुटे प्रकर्ष अभी सिनेमा में ग्रेजुएशन के स्टूडेंट हैं। फिर भी इतनी कम उम्र में ही वो सफलता की सीढ़ियां चढ़ना शुरू कर चुके हैं।

वह एशियन अकादमी ऑफ़ फिल्म एंड टेलीविजन, नोएडा में सिनेमा विज्ञान के ग्रेजुएशन लास्ट ईयर के स्टूडेंट हैं। हाल ही में जब वह गोरखपुर आए, तो Newstrack.com ने उनसे बातचीत की।

प्रस्तुत हैं उसी बातचीत के प्रमुख अंश -

सवाल: आपने फिल्म को ही अपना करियर बनाने का क्यों सोचा, जबकि आपकी फैमिली से कोई भी इस फील्ड में नहीं है?

जवाब: यह तभी मेरे मन में आ चुका था, जब मैं प्राइमरी सेक्शन में पढ़ता था। जब सातवीं कक्षा में आया, तब तक मैंने कंफर्म कर लिया कि मुझे इसी फील्ड में आना है। मुझे याद है कि मेरे दोस्त रैप करते ठे, मुझे काफी अच्छा लगता था और सोचता था कि मैं भी कुछ ऐसा करूं। मैंने उसी पर हाथ आजमाना शुरू किया। आठवीं में था, जब गूगल ने मुझे सबसे कम उम्र के ऑनलाइन एडिटर घोषित कर दिया।

सवाल: आपने ऑनस्क्रीन की बजाय ऑफस्क्रीन काम करने का डिसीजन क्यों लिया?

जवाब: देखिए, ऑनस्क्रीन काम करने के लिए अलग टाइप की मेंटालिटी की जरूरत होती है। मेरा टारगेट ऑनस्क्रीन नजर आने वाले फैक्ट्स को और अधिक बारीकी से प्रेजेंट करने का रहा है। ऑफस्क्रीन जितने भी काम होते हैं, उनमें मुझे मजा आता है क्योंकि उन्हीं से ही ऑनस्क्रीन को अच्छे तरीके से पेश करना पॉसिबल होता है।

सवाल: स्टडी के साथ ही काम में लग जाना, ऐसा क्यों?

जवाब: आज के टाइम पर हर फील्ड में कॉम्पटीशन ही कॉम्पटीशन है। हर इंसान में टैलेंट भरा हुआ है। उसे सही प्लेटफ़ॉर्म मिलने की जरूरत है, अगर अभी से मैंने कुछ नहीं किया, तो शायद पिछड़ जाऊंगा। हमारे पास टाइम बहुत कम है। मैं ग्रेजुएशन लास्ट ईयर का स्टूडेंट हूं। मुझे लगा कि जो काम मैं पढ़ाई के साथ कर सकता हूं, उसे बाद में क्यों?

सवाल: आपने अभी तक किन स्टार्स के लिए काम किया है?

जवाब: रीसेंटली मैनें हनी सिंह के क्रू के साथ काम किया है। पॉपुलर रैपर लिलगोलू को शूट भी किया है, डायरेक्ट भी किया है और एडिट भी किया है। यह म्यूजिक वीडियो की दुनिया में काफी बड़ा प्रोजेक्ट है। इसमें पहली बार मुझे एक सौ से अधिक लोगों की यूनिट को डायरेक्ट करने का चांस मिला। पूरी शूटिंग गुरुग्राम में हुई।

इसके अलावा रैपर कृष्णा के लिए व्यंजन किया है। इसके दो लाख से अधिक व्यूअर हैं। बॉटम्स अप टारगेट किया है। सुणो योंगुस्टा राग किया है, जिसके तीन लाख व्यूअर हो चुके हैं। वर्ष 2017 अवार्ड नॉमिनेटेड बेस्ट म्यूजिक वीडियो हिडिम्बा-मिरासी किया है, जो कि आजकल यूट्यूब पर काफी पसंद किया जा रहा है।

सवाल: अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में कुछ बताइए?

जवाब: फिलहाल लिलगोलू के साथ ही गड्डी, लव, शैव्य, बाज़ी, युंगस्टा, डीएसबी 100 आदि बड़े प्रोजेक्ट्स हैं, जिनपर काम चल रहा है।

सवाल: आपका टारगेट क्या है?

जवाब: मुझे बॉलीवुड में एक डायरेक्टर और सिनेमाटोग्राफर के रूप में काम करना है। हमारे सामने बॉलीवुड में कई युवा डायरेक्टर हैं, जिन्होंने प्रभावित भी किया है और उनके साथ काम करने का ऑफर भी है। यहां अभी किसी नाम का जिक्र करना उचित नहीं है। लेकिन आप बहुत जल्दी मुझे वही देखेंगे, एक बहुत उम्दा प्रोडक्शन के साथ।

सवाल: आपसे पहले गोरखपुर के कई लोग हैं, जो बॉलीवुड में हैं, कभी किसी से मुलाकत हुई?

जवाब: जी, मैं उन सभी को जनता हूं। अनुराग कश्यप जी जाने माने फिल्मकार हैं। माइक पांडेय जी जानेमाने फोटोग्राफर हैं। जफ़र गोरखपुरी साहब का अभी हाल ही में निधन हुआ है। गोरखपुर के और भी कई लोग हैं, जो बॉलीवुड में बहुत अच्छा कर रहे हैं।

सवाल: आपके फैमिली में कौन-कौन है? क्या कभी इस दुनिया में जाने को लेकर विरोध भी हुआ?

जवाब: मेरी मां डॉ. अर्चना तिवारी एक टीचर है। पिताजी संजय तिवारी लेखक और पत्रकार है। मेरी मां ने हमेशा ही मुझे प्रोत्साहित किया और आज भी करती हैं। पिताजी को उतना समय नहीं मिलता, लेकिन मां से मैं अपनी हर बात शेयर करता हु और उनसे सटीक सलाह मिलती है। बड़ा भाई इंजीनियर है। उससे भी हमेशा प्रोत्साहन मिला है।

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