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सैफ अली पद्मश्री करना चाहते थे वापस, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा सके

अरबाज खान के चैट शो 'पिंच' में सिनेस्टारसैफ अली खान ने कहा, वर्ष 2010 में मिले भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्मश्री' को वह वापस करना चाहते थे। चैट शो के दौरान सैफ को लेकर किए गए ट्वीट "पद्मश्री खरीदने वाले, अपने बेटे का नाम तैमूर रखने वाले और एक रेस्टोरेंट में मारपीट करने वाले इस ठग को कैसे 'सेक्रेड गेम्स' में भूमिका मिल गई? यह मुश्किल से अभिनय कर पाता है।"

Rishi
Published on: 16 May 2019 10:17 AM IST
सैफ अली पद्मश्री करना चाहते थे वापस, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा सके
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मुंबई : अरबाज खान के चैट शो 'पिंच' में सिनेस्टारसैफ अली खान ने कहा, वर्ष 2010 में मिले भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्मश्री' को वह वापस करना चाहते थे। चैट शो के दौरान सैफ को लेकर किए गए ट्वीट "पद्मश्री खरीदने वाले, अपने बेटे का नाम तैमूर रखने वाले और एक रेस्टोरेंट में मारपीट करने वाले इस ठग को कैसे 'सेक्रेड गेम्स' में भूमिका मिल गई? यह मुश्किल से अभिनय कर पाता है।"

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इस पर सैफ ने कहा, मैं ठग नहीं हूं.. 'पद्मश्री' को खरीदना संभव नहीं है। मेरे लिए यह संभव ही नहीं है कि मैं भारत सरकार को घूस दे सकूं। इसके लिए आपको वरिष्ठ लोगों से पूछना पड़ेगा। लेकिन मैं इसे स्वीकार नहीं करना चाहता।

उन्होंने कहा, फिल्मों की दुनिया में कई वरिष्ठ अभिनेता हैं जो मुझसे ज्यादा इस सम्मान के हकदार हैं और उन्हें यह नहीं मिला है। वैसे ही कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके पास यह सम्मान है और वह इसे रखने के लिए मुझसे भी ज्यादा नीचे हैं।

पटौदी ने बदल दिये सैफ के विचार

सैफ ने कहा कि उन्होंने मन ही मन अपने पिता मंसूर अली खान पटौदी से बात की और अपने विचारों को बदला।

उन्होंने कहा, मैं इसे वापस करना चाहता था। मैं इसे लेना नहीं चाहता था। मेरे पिता ने मुझ से कहा, 'मुझे नहीं लगता की तुम भारत सरकार को मना कर सकते हो। इसलिए मैंने हां कर दी और खुशी से इसे रख लिया।

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उन्होंने आगे कहा, "मैं इसे इस तरह से देखता हूं कि मैं समय की आशा करता हूं.. क्योंकि मैंने अभी काम करना बंद नहीं किया है और मैं अभिनय करना पसंद करता हूं, मैं ठीक ठाक काम कर रहा हूं। मैं खुश हूं जो हो रहा है.. मैं उम्मीद करता हूं, जब लोग पीछे देखेंगे तो कहेंगे कि इसने जो काम किया है उसके लिए यह इस सम्मान के लायक है।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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