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Shaitaan Movie Story: फिल्म शैंतान आपको डराने के साथ-साथ एंटरटेन भी करेगी लेकिन रह गई एक कमी
Shaitaan Movie Story: अजय देवगन की फिल्म शैंतान गुजराती फिल्म वश की हिंदी रीमेक है, फिल्म की कहानी आपको एंटरटेन करने के साथ डराएगी भी लेकिन फिल्म में नजर आई एक कमी...
Shaitaan Movie Story: अजय देवगन की फिल्म शैंतान आज सिनेमाघरो में रिलीज हो चुकी है। जिस तरह से फिल्म के मेकर्स को फिल्म से उम्मीद थी वैसे ही फिल्म दर्शको को पंसद भी आ रही है और फिल्म को रेंटिंग भी अच्छी मिल रही है। फिल्म शैंतान 2023 में आई गुजराती फिल्म वश का रीमेक है लेकिन बहुत कम ही दर्शको ने इसे देखा होगा। फिल्म का फर्स्ट हाफ है भी जबरदस्त, एक दम आपको सीट से बांधकर रखेगा। माधवन हिला डालते हैं लेकिन फिर अंत तक आते आते मामला थोड़ा गड़बड़ हो जाता है। चलिए एक नजर डालते है, शैंतान की स्टोरी (Shaitaan Movie Story) पर
- क्या अच्छा है- पहला भाग
- क्या बुरा है- हास्यास्पद चरमोत्कर्ष
- लू ब्रेक- आप दूसरे भाग को ले सकते हैं, क्योंकि यह शायद ही कभी कुछ सार्थक बताता है
- देखें या नही- यदि आप आर माधवन से प्यार करते हैं (अपनी उम्मीदें कम रखें)
- भाषा- हिंदी
- रनटाइम- 132 मिनट
शैंतान मूवी स्टोरी (Shaitaan Movie Story)-
कबीर और उसका परिवार अपने फार्महाउस पर छुट्टी पर जाते हैं। वनराज नाम का एक अजनबी, जिनसे वे एक ढाबे पर मिले थे। वहां माधवन उनकी बेटी को कुछ खिला देता है और अपने वश में कर लेता है। फिर उनके दरवाजे पर दस्तक देता है और अपना फोन चार्ज करने का अनुरोध करता है। और फिर जो होता है वो आपको हिला कर रख देगा। वनराज उनकी बेटी को अपने साथ ले जाना चाहता है लेकिन मां -बाप की मर्जी से और मां बाप कैसे अपनी बेटी दान में दे दें। वनराज परिवार को खूब टॉर्चर करता है। लेकिन कबीर हार नहीं मानता है वो अपने परिवार व अपनी बेटी को बचाने की पूरी कोशिश करता है और अंत में बचा लेता है।
शैंतान मूवी कैसी है-
फिल्म शैंतान (Shaitaan Movie) शुरू होती है और जल्द मुद्दे पर आ जाती है। आर माधवन यानि वनराज की एंट्री होती ही आपको लगने लगता है कि कुछ तो गड़बड़ होने वाली है और जैसे ही गड़बड़ होनी शुरू होती है। आप हैरान रह जाएंगे। फिल्म को आगे देखने के लिए आपकी उत्सुकता और बढ़ जाएगी। जब तक माधवन अजय के परिवार को टॉर्चर करते हैं। वो एक एक सीन आपके रोंगटे खड़े कर देगा। फर्स्ट हाफ बहुत जबरदस्त है।
लेकिन सेकेंड हाफ में जब तक माधवन उनके घर रहते हैं फिल्म ट्रैक पर रहती है। लेकिन फिर जब फिल्म क्लाइमैक्स की तरह बढ़ती है तो मामला बिगड़ने लगता है। कुछ ऐसे सीन आते हैं जो बचकाने लगते हैं। ऐसा लगता है कि इतने बड़े शैतान के साथ ऐसा कैसे हो सकता है। फिल्म का क्लाइमैक्स हल्का लगता है और एंड तक आते आते आपको एक शानदार फिल्म एक वन टाइम वॉच लगने लगती है। फिल्म में वशीकरण व काले जादू की बात की गई है लेकिन फिल्म में इसे प्रमोट नहीं किया गया है। अब फिल्म (Shaitaan Movie) बनी ही इस मुद्दे पर है तो अब ये आप खुद तय कीजिए कि काला जादू है या नहीं