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कम उम्र में दिल की बीमारी क्यों लग जाती है एक्टरों में
Sidharth Shukla: बॉलीवुड एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की हार्ट अटैक से मौत की खबर ने सनसनी मचा दी है।
Sidharth Shukla: बॉलीवुड एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की हार्ट अटैक से मौत की खबर ने सनसनी मचा दी है। मात्र 40 साल के सिद्धार्थ शुक्ला एकदम फिट थे सो अचानक उनकी मौत से हर कोई अचंभित और स्तब्ध है। लेकिन सिद्धार्थ की मौत बताती है कि आज के बेहद प्रतिस्पर्धा और स्ट्रेस के माहौल में जीने वाले युवा किस जोखिम में हैं। फिट रहने के बावजूद न सिर्फ एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री बल्कि हर सेक्टर में युवा प्रोफेशनल्स बहुत तनाव भरी जिन्दगी बिताते हैं। कम्पनियां लाखों के पैकेज तो देती हैं लेकिन 24 घंटे का स्ट्रेस भी साथ में आता है।
डॉक्टरों का कहना है कि ऊपर से स्वस्थ दिखना इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आपको दिल से जुड़ी कोई बीमारी नहीं होगी। जो लोग स्वस्थ नजर आते हैं, अपनी डाइट और एक्सरसाइज को लेकर काफी सजग रहते हैं, वो भी इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवा सकते हैं। 6 फिट लम्बे और 75 किलो का वजन, सिद्धार्थ इस पैमाने से एकदम स्वस्थ कहे जायेंगे। लेकिन डाक्टरों और फिटनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग सिगरेट पीते हैं, ड्रिंक करते हैं और हैवी एक्स रसाइज करते हैं, उन पर हार्ट अटैक का खतरा बहुत ज़्यादा होता है।
पार्टी वाली लाइफ स्टाइल और फिर हैवी व्यायाम यह आपको भीतर से मजबूत रखेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है। जो लोग युवावस्था में धूम्रपान करते हैं , उनमें इस बात की आशंका बढ़ जाती है कि उनकी धमनियों में 10 फीसदी ब्लाकेज से भी उनकी जान जा सकती है। फिटनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि वे कभी भी युवाओं को हैवी एक्स रसाइज की सलाह नहीं देते हैं। स्मोकिंग की वजह से धमनियों में खून के थक्के बनने की आशंका काफी बढ़ जाती है।
बॉलीवुड में पहले भी ऐसे ही तमाम जिंदगियां कम उम्र में खत्म हो चुकी हैं। संजीव कुमार की फिल्मी यात्रा भी कुछ ज्यादा लंबी नहीं रही। संजीव कुमार भी 47 साल में ही इस दुनिया से विदा हो गये थे। उनको भी अचानक हार्ट अटैक आया था जिसमें उनकी मौत हो गयी।हिंदी सिनेमा के बेहतरीन स्टार चेहरा विनोद मेहरा की मौत 1980 में हार्टअटैक से महज 45 साल की उम्र में ही हो गयी थी। अमजद खान भी 51 साल में ही चले गये थे। 1990 में इनका हार्ट फेल हो गया था।
डाक्टरों का कहना है कि एक व्यक्ति जो बहुत ही स्वस्थ नजर आता है, हो सकता है उसकी किसी आर्टरी में कोई ब्लॉकेज हो और बहुत समय ये वो इसे नजरअंदाज कर रहा हो। ऐसा होने पर अचानक उसे दिल का दौरा पड़ सकता है। हार्ट अटैक वह स्थिति होती है जिसमें आर्टरी में ब्लॉ केज हो जाता है और किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है। इस ब्लॉ्केज की वजह से रक्त का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है। दिल में ऑक्सीकजन की कमी हो जाती है। हार्ट अटैक के दौरान दिल धड़कना बंद नहीं करता है। दिल की धड़कन उस समय बंद होती है जब हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्टा में बदल जाता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक 10 में से आठ बार धमनी में ब्लाकेज की वजह से कार्डियक अरेस्टे होता है। इसकी कई वजहें हो सकती हैं। फेफड़ों में थक्का बनने की वजह से भी ऑक्सीजन की सप्लांई बंद हो सकती है, मस्तिष्क में अचानक से ब्लीसडिंग होने और ऐसी कई वजहों से आपका हार्ट अचानक बंद हो सकता है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक भारत में 50 फीसदी ऐसे केस होते हैं जिसमें हार्ट अटैक से मरने वाले पुरुषों की उम्र 50 साल से कम होती है। वहीं 25 फीसदी ऐसे होते हैं जो 40 से कम की उम्र में अपनी जान गंवा देते हैं। जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री हार्ट अटैक की होती है, जो सफर ज़्यादा करते हैं, ओवरवेट होते हैं या फिर डायबिटीज, हैवी स्मोकर्स और ज़्यादा एक्सैरसाइज करते हैं, उनकी जान हार्ट अटैक से जा सकती है।