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बहुत हुई एक्टिंग-वेक्टिंग, अब जड़ी बूटी बेचेंगे सुनील शेट्टी!
फिल्म स्टार सुनील शेट्टी के अचानक पतंजलि योगपीठ आकर आचार्य बालकृष्ण से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिये जाने से यहां चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सूत्रों का कहना है कि सुनील सेट्टी ने उनसे योग, आयुर्वेद-अनुसंधान, भारतीय बनौषधियों के बारे में विस्तार से जा
हरिद्वार: फिल्म स्टार सुनील शेट्टी के अचानक पतंजलि योगपीठ आकर आचार्य बालकृष्ण से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिये जाने से यहां चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सूत्रों का कहना है कि सुनील सेट्टी ने उनसे योग, आयुर्वेद-अनुसंधान, भारतीय बनौषधियों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की है। चर्चा इस बात की भी है कि सुनील शेट्टी जड़ी बूटियों के बाजार की संभावनाएं तलाशने यहां आए हैं। हालांकि आश्रम के सूत्रों का यह कहना है कि अभिनेता ने भारतीय संस्कृति की बारीकियों को आचार्य से समझने का प्रयास किया है।
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चर्चा यह भी है कि शेट्टी की अगली फिल्म जंगल और जड़ी बूटियों पर बनने जा रही है और इसी लिए उन्होंने फिल्मों के माध्यम से नई पीढ़ी के बीच भारतीय संस्कृति एवं ऋषि संस्कार को स्थापित करने के सूत्र आचार्य से सीखे हैं। पतंजलि रिसर्च सेन्टर सहित पतंजलि द्वारा संकलित प्राचीन पांडुलिपियों के अतिरिक्त पतंजलि द्वारा संचालित राष्ट्रसेवा के अनेक प्रकल्पों का अवलोकन कर सुनील शेट्टी ने कहा कि पतंजलि अपने योग, आयुर्वेद एवं स्वदेशी अभियान के जरिये देश को गौरव दिलाने में संलग्न है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण के पुरुषार्थ से योग व आयुर्वेद को प्रतिष्ठा मिली।
सुनील शेट्टी ने कहा, स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को विदेशी शासन से मुक्त कराया, अब पतंजलि योग, आयुर्वेद, स्वदेशी अभियान चलाकर विदेशी कम्पनियों की दासता से देशवासियों को मुक्त करा रहा है। उन्होंने कहा कि पतंजलि का यह अभियान भारतीय ऋषि संस्कृति की दिव्य संकल्पना साकार कर रहा है।
इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि स्वदेशी की चिंतनधारा अब फिल्मों व विविध वैचारिक तंत्रों में भी प्रवाहित होनी चाहिए, जिससे प्रेरित होकर देश की नयी पीढ़ी ऐतिहासिक वैचारिक चेतना को आत्मसात कर सके तथा विश्व में भारतीय गौरव स्थापित होता रहे।
सुनील शेट्टी ने किसी भी चर्चा का खंडन नहीं किया अलबत्ता युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर उन्हें योग, आयुर्वेद से जोड़कर स्वदेशी, राष्ट्रीय संस्कृति एवं मानव निर्माण के पतंजलि अभियान को आगे बढ़ाने पर चर्चा जरूर की।