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Sushant Singh Rajput Case: सुशांत सिंह के केस में ऑटोप्सी स्टाफ का खुलासा, एक्टर की हत्या से पहले उन्हें खूब मारा गया था
Sushant Singh Rajput Case: सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमार्टम में शामिल होने वाले कूपर अस्पताल के कर्मचारी ने बताया है कि एक्टर ने आत्महत्या नहीं की थी।
Sushant Singh Rajput Case: सुशांत सिंह राजपूत के केस में नया मोड़ आ गया है जहाँ एक्टर के शव परीक्षा देखने वाले एक व्यक्ति ने दावा किया कि अभिनेता ने आत्महत्या नहीं की थी और वास्तव में उसकी हत्या की गई थी। ऑय विटनेस के सामने आने पर सुशांत के वकील ने ऑटोप्सी स्टाफ की हत्या के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सुशांत सिंह राजपूत के केस में नया मोड़
मीडिया को दिए अपने बयान में रूपकुमार शाह ने कहा कि उनके शरीर पर कई निशान और गर्दन पर दो से तीन निशान थे। उन्होंने मीडिया से ये भी कहा कि जब उन्होंने पहली बार सुशांत के शरीर को देखा, तो उन्होंने तुरंत अपने वरिष्ठों को सूचित किया कि उन्हें लगता है कि ये आत्महत्या नहीं, बल्कि एक हत्या है। लेकिन उसे कहा गया कि वो जल्द से जल्द तस्वीरें खींचे और शव को पुलिस को सौंप दे।
हालाँकि, मीडिया ने सुशांत सिंह राजपूत के वकील विकास सिंह से बात की, जिन्होंने कहा कि उनके पास सुशांत पर लगी चोटों के बारे में कोई प्रत्यक्ष जानकारी नहीं है, जैसा कि एक कथित गवाह ने दावा किया है, जिसने मीडिया से बात की है। "मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर पाऊंगा क्योंकि बहनों ने मुझे इसके बारे में नहीं बताया है। लेकिन मैं इस बात पर कायम हूं कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत कोई साधारण आत्महत्या नहीं थी क्योंकि इसके पीछे साजिश थी। और केवल सीबीआई ही इस मामले को सुलझा पाएगी कि उनकी मौत के पीछे कोई साजिश थी।
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत का निधन 14 जून, 2020 को मुंबई में उनके किराए के अपार्टमेंट में हुआ था। जबकि जांच ने उनकी मौत को 'आत्महत्या' करार दिया गया है , दिवंगत अभिनेता का परिवार और फैंस इसके पीछे साजिश का दावा हमेशा से करते आ रहे थे कर रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमार्टम में शामिल होने वाले कूपर अस्पताल के कर्मचारी ने बताया है कि एक्टर ने आत्महत्या नहीं की थी , उनकी हत्या की गई थी' उन्होंने आगे कहा कि "हत्या और आत्महत्या के बीच एक बड़ा अंतर है। शव को देखने के बाद, तुरंत पता चल जाता है कि ये हत्या है या आत्महत्या। सुशांत की गर्दन पर निशान थे, ये हत्या जैसा ही लग रहा था। शरीर को घूंसा मारा गया था और चोट के निशान थे। एक व्यक्ति आत्महत्या करे तो वो खुद को इतना घूंसा नहीं मरेगा जितना सुशांत को मारा गया था।''