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मेरे पास इतना ज्यादा पैसा है कि मैं इसके बारे में नहीं सोचता : सुशांत सिंह राजपूत
मुंबई: टेलीविजन की दुनिया से बड़े परदे पर छा जाने वाले एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आजकल अपनी फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' की सक्सेस का जश्न मना रहे हैं। इस फिल्म में सुशांत ने इंडियन क्रिकेट टीम के कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी के किरदार को जिया है। अब सुशांत बड़े परदे के स्टार बन चुके हैं।
सभी जानते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत ने सीरियल 'पवित्र रिश्ता' से शुरुआत की थी। फिल्म 'काई पो छे' से इन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक ने इन्हें शोरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया है। सभी ने इनके काम की जमकर तारीफ की है और सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' अब तक सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बायोपिक बन चुकी है। पर सुशांत सिंह ने हाल ही कुछ ऐसा कहा है, जिसकी वजह से वह चर्चा में आ गए हैं।
आगे की स्लाइड में जानिए क्या कहा है सुशांत सिंह राजपूत ने
सुशांत सिंह ने कहा है कि उनके लिए पैसा कोई मायने नहीं रखता है अगर कुछ मायने रखता है। तो वह है उनका टैलेंट सुशांत ने कहा- 'मेरे साथ कैमरा की इक्वेशन बदलती नहीं है आप कैमरा को मेरे सामने लगा दें या मैं लाइव ऑडियंस के सामने रहूं, बस पे चेक बदलते हैं। लेकिन मेरे लिए वह मायने नहीं रखता है क्योंकि मेरे पास बहुत पैसा है, मैं इस बारे में सोचता भी नहीं हूं। यह बस यहां पड़ा रहता है। अगर मैं बोर हो जाता हूं तो एक महंगी बाइक खरीद लेता हूं जिसकी मुझे जरूरत भी नहीं होती है।'
बता दें कि हाल ही में आई सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार परफॉर्मेंस देते हुए 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। जिसके बाद अपने एक स्टेटमेंट में सुशांत सिंह ने कहा कि जब वह स्ट्रगल कर रहे थे, तो उनके लिए पैसा काफी मायने रखता था। मेरे पास तब भी काफी ऑफर आए थे। लेकिन मैंने बहुत ही सोच-समझ कर फ़िल्में चूस की। लेकिन मेरे करियर की सबसे बड़ी फिल्म साबित हुई है 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी'। इस फिल्म के बाद ही मैं कई लोगों तक पहुंच पाया हूं। आज मैं अगर व्योमकेश बख्शी जैसी फिल्म को दोबारा करूं, तो उसे भी लोग देखने जाएंगे।
इसके अलावा सुशांत ने यह भी कहा कि लोगों को लगता है कि बॉलीवुड एक्टर्स के पास थिएटर के लिए टाइम नहीं होता है। लेकिन मैं इस बात की तस्दीक करता हूं कि मुझे जब भी टाइम मिलता हैए मैं प्ले देखने जाता हूं। मैंने सब कुछ वहीं से सीखा है, इसलिए मुझे वापस जाने में कोई प्रॉब्लम नहीं है।