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'इतिहास की अज्ञानता' के लिए जावेद अख्तर ने सोम को आड़े हाथ लिया
मुंबई : दिग्गज लेखक-गीतकार जावेद अख्तर ने 'इतिहास की अज्ञानता' के लिए उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संगीत सोम की तीखी आलोचना की है। संगीत सोम ने विश्व के सात अजूबों में शामिल ताजमहल को 'भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा' करार दिया था, जिस पर जावेद ने उन्हें आड़े हाथों लिया।
सोशल मीडिया पर बुधवार को वायरल हुए एक वीडियो में सोम को एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान यह कहते हुए सुना जा रहा है कि 'ताजमहल भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा है, क्योंकि इसका निर्माण एक ऐसे शासक द्वारा किया गया है, जो हिंदुओं का नामोनिशान मिटाना चाहता था।'
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इसकी प्रतिक्रिया में जावेद ने अपने एक ट्वीट में कहा, "इतिहास के प्रति संगीत सोम की अज्ञानता सच में आश्चर्यजनक हद तक विशाल (मान्युमेंटल) है। कृपया कोई उन्हें छठी कक्षा वाली इतिहास की किताब दे। इसमें साफ बताया गया है कि जहांगीर के युग के दौरान भारत आए डॉ. थोमस रोए ने लिखा था कि एक भारतीय की औसत जीवनशैली का स्तर एक अंग्रेज की जीवनशैली से बेहतर है।"
उन्होंने लिखा, "जो बात मुझे हैरत में डालती है वह यह है कि अकबर से नफरत करने वालों को क्लाइव से समस्या नहीं है। जो जहांगीर से नफरत करते हैं वे हेस्टिंग्स का जिक्र तक नहीं करते।"
विश्व के सात अजूबों में से एक माने जाने वाले ताजमहल की सुंदरता का दीदार करने हर साल लाखों भारतीय और विदेशी पर्यटक आते हैं।
ताजमहल को लेकर उठे इस विवाद के निपटारे के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "हमें सोम के बयान पर ध्यान नहीं देना चाहिए।"
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मुख्यमंत्री के इस बयान से यह साफ नजर आया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार स्वयं को विधायक के इस विवादस्पद बयान से अलग रखना चाहती है।
आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार के लिए ताज बेहद जरूरी है, खासकर पर्यटन को ध्यान में रखते हुए। इसलिए, यहां पर्यटकों को सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ 26 अक्टूबर को आगरा में ताजमहल, फतेहपुर सीकरी और अन्य ऐतिहासिक स्थलों का दौरा कर सकते हैं।