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Naagin 6: Tejasswi Prakash के सीरियल नागिन 6 में होगा बुराई का खत्मा ,प्रथा के हांथों होगा महक का अंत!
Naagin 6: तेजस्वी प्रकाश के सीरियल नागिन 6 में इस हफ्ते क्या होने वाला है और क्या कुछ हो चुका है आइये जानते हैं।
Naagin 6: तेजस्वी प्रकाश के सीरियल नागिन 6 में इस हफ्ते क्या होने वाला है और क्या कुछ हो चुका है आइये जानते हैं।
ऋषभ ज़िंदा है
मंत्री के सहायक बताते हैं कि उन्होंने एक विशेष अधिकारी नियुक्त किया है। प्रथा बताती है कि पूजा के लिए करोड़ों लोग केदारनाथ जाएंगे, और मुझे उन्हें बचाना है। राजेश पूछता है कि आप इसे अकेले कैसे कर सकतीं हैं? प्रथा कहती है कि मुझे ये करना होगा, अगर वो (ऋषभ) जीवित होता, तो इस देश को बचा लेता। दूसरी तरफ एक सहायक बताता है कि सेना का अधिकारी, जो कुछ साल पहले सेना छोड़ चुका था, अब एक अंडरकवर एजेंट है , हर कोई उसे मरा हुआ समझता है, लेकिन वास्तव में वह जीवित है। ऋषभ वहां आता है और कहता है ऋषभ गुजराल रिपोर्टिंग सर। प्रथा ऋषभ की तस्वीर से बात करती है और कहती है कि आपकी पत्नी देश को बचाएगी। मंत्री ने ऋषभ से पूछा, आप जिंदा कैसे है? ऋषभ बताता है और एक फ़्लैश बैक दिखाया जाता है, एक इंस्पेक्टर उसे देखकर उसकी घड़ी चुरा लेता है, और आग में मर जाता है। ऋषभ कहता हैं कि सभी ने सोचा कि वो मेरा शव है, और मैंने राष्ट्र के दुश्मनों के बारे में पूछताछ करने की सोची। वो याद करता है और एक और फ़्लैश बैक दिखाया जाता है। वो अपने वरिष्ठ से वादा करता है कि अगर देश को उसकी जरूरत होगी तो वो लौट आएगा।
महक रचती है साज़िश
वो सेना के कपड़ों में तैयार हो जाता है। प्रथा अपनी तस्वीर रखती है और जाने के लिए तैयार हो जाती है। केदारनाथ में बहुत से लोग आते हैं। सेना के अधिकारी महक की पहचान श्रीमती गुजराल के रूप में करते हैं और उन्हें जाने देते हैं। महेक रीम से कहती है कि जैसे ही उसे मौका मिलेगा वो जाकर राज का दरवाजा खोलेगी। वहीं ऋषभ भी हैं। उर्वशी को रीम का संदेश मिलता है और वो ज़ैंग से कहती है कि महेक कभी भी दरवाजा खोल देगी । वो कहती है कि वो प्रवेश करेंगे और विस्फोट हो जायेगा।
ऋषभ रोक देता है महक की नापाक साज़िश
प्रथा वहां आती है और शिव जी से प्रार्थना करती है कि वो उसकी मदद करे और उसे शक्ति प्रदान करे। वो ऋषभ को नहीं देखती जो उसके पीछे है। वो एक शॉल लेती है और उससे खुद को ढक लेती है। वो गुप्त मार्ग से पता लगाने के लिए सोचती है कि क्या देश के दुश्मन वहां आ रहे हैं। ऋषभ सेना के दूसरे अधिकारी से बात कर रहा है। महक दरवाजा खोलने जा रही है। उसे एक कॉल आती है और सोचती है कि कौन बार-बार कॉल कर रहा है। वो आसानी से दरवाजा खोलती है, जो बंद नहीं था। ज़ैंग उर्वशी और उनके आदमी वहां प्रवेश करते हैं। ऋषभ, प्रथा को देखने वाला है और सोचता है कि जो उसका चेहरा शॉल में छिपा रहा है, हो सकता है कि वो देशद्रोही हो। वो उसके पास जाता है और उसका चेहरा देखने की कोशिश करता है। वो उसे धक्का देती है और दौड़ती है। ज़ैंग महक को विस्फोट करने का काम सौंपता है और उर्वशी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहता है कि उनके हथियार सही जगह पर हैं। मंत्री केदारनाथ आते हैं। ज़ैंग महेक को बम देता है। महक उसे पकड़ कर चला देती है। उर्वशी टेंट में जाती है और उनके हथियारों की जांच करती है। महक अंदर आती है और बम रखने ही वाली होती है, तभी ऋषभ उसे रोकता है।
प्रथा करती है वार
वो कहती है कि ऋषभ तुम जीवित हो। उर्वशी को लगता है कि कोई नेटवर्क नहीं है और वो रीम से बात नहीं कर सकती है। वो नेटवर्क की खोज में जाती है। प्रथा तंबू में आती है और देखती है कि ज़ैंग के लोग हथियारों के साथ तैयार हो रहे हैं। वो अपने मुँह से आग फूंकती है और तम्बू में आग लगा देती है। ज़ैंग के आदमी डेरे से बाहर भाग जाते हैं। प्रथा उन्हें मारती है और उन्हें जलती हुई आग में वापस फेंक देती है। वो उनसे कहती है कि वो अपने देश में गद्दारों को जला देगी। उर्वशी मुड़ती है और तम्बू को जलता हुई देखती है। वो कहती हैं कि ये आग किसने लगाई। प्रथा उसके कंधे पर थपथपाती है। उर्वशी कहती हैं कि महक ने कहा कि तुम मर चुकी हो। प्रथा कहती है कि महक कुछ भी कहती है। उर्वशी कहती है कि मैं तुम्हारी मासी हूं और वहां रखा चाकू उठा लेती है । प्रथा उसके हाथ से चाकू नीचे गिरा देती है। उर्वशी उसे बताती है कि उसकी नानी और माँ ने उसके साथ अन्याय किया है, और कहती है कि वो उसे काट देगी। वो तलवार उठाती है।