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Teji Bachchan: सोशल एक्टिविस्ट होने के साथ थियटर का भी था खूब शौक, इंदिरा गांधी से रहा खास रिश्ता
Teji Bachchan : तेजी बच्चन एक सोशल एक्टिविस्ट और मनोविज्ञान की टीचर रही थीं। उनका जन्म 12 अगस्त 1914 पंजाब के लायलपुर में हुआ था।
Teji Bachchan: मशहूर हिंदी कवि हरिवंश राय बच्चन की पत्नी तेजी बच्चन भी अपने समय में काफी चर्चा में रहा करती थीं। तेजी बच्चन एक सोशल एक्टिविस्ट और मनोविज्ञान की प्रोफेसर रही थीं। उनका जन्म 12 अगस्त 1914 पंजाब के लायलपुर में हुआ था।
तेजी बच्चन का जीवन परिचय (Teji bachchan jeevan parichay )
तेजी बच्चन का पूरा नाम तेजवंत कौर सूरी था। उनका जन्म 12 अगस्त 1914 ब्रिटिश भारत के पंजाब के लायलपुर में एक पंजाबी सिख खत्री परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें साहित्य में दिलचस्पी थी। वो मनोविज्ञान की टीचर होने के साथ साथ एक गायक और थियटर आर्टिस्ट भी थी। 1973 में फिल्म वित्त निगम के निदेशकों में से एक के रूपमें भी काम कर चुकी हैं ।
तेजी बच्चन का परिवार (teji bachchan family)
तेजी बच्चन और हरिवंश राय बच्चन की पहली मुलाकात तब हुई जब वो लाहौर के ख़ूब चंद डिग्री कॉलेज में मनोविज्ञान पढ़ा रही थीं, तब उनकी मुलाकात इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक अंग्रेजी पढ़ाने वाले प्रोफेसर हरिवंश राय बच्चन से हुई। ये वो समय था जब हरिवंश राय बच्चन अपनी पहली पत्नी के जाने के बाद धीरे धीरे उभर रहे थे। इसी बीच दोनों की मुलाक़ात बढ़ने लगी। लंबे प्रेमालाप के बाद बिना देरी किए उन्होंने 1941 में इलाहाबाद में शादी कर ली। उनके दो बेटे हुए अमिताभ बच्चन और अजिताब बच्चन। अमिताभ बच्चन आज बॉलीवुड के महानायक हैं वहीं अजिताभ बच्चन पेशे से बिसनेसमैन हैं।
तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी का रिश्ता (Teji Bachchan Indira Gandhi Relation)
तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी काफी करीब मानी जाती थीं। अमिताभ बच्चन और राजीव गांधी दोनों साथ में ही खेलते कूदते बड़े हुए। दोनों परिवारों के सम्बन्ध काफी अच्छे रहे थे। लेकिन समय के साथ दोनों परिवारों में उतार-चढ़ाव के साथ दुरिया भी आई। दोनों परवारों के बीच की कहानी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं थी।
जवाहर लाल नेहरु हरिवंश राय बच्चन की काफी इज्जत करते थे। दोनों परिवार इलाहाबाद में रहते हुए काफी करीब आ गए थे। तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी में अच्छी दोस्ती हो गई थी। समय बढ़ता गया और जिसके बाद राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन ने इंदिरा गांधी और तेजी बच्चन की गहरी दोस्ती को आगे बढ़ाया। राजीव गांधी ही अमिताभ बच्चन को राजनीति में ले कर आए। लेकिन कुछ सालों बाद ही दोनों परिवार अलग होने लगे। कारण बना बोफोर्स घोटाला मामला। जिसमें अमिताभ बच्चन का नाम सामने आया था। बोफोर्स घोटाले के चलते दो दोस्तों में दरार आ गई। अमिताच बच्चन ने इसके चलते राजनीति से इस्तीफा दे दिया था। दोनों परिवार आखिरी बार दिसम्बर 2007 में एक साथ देखे गए थे।
तेजी बच्चन का निधन (Teji bachchan death)
93 साल की उम्र में तेजी बच्चन मुंबई के लीलावती अस्पताल में साल भर रहने के बाद 21 दिसम्बर 2007 में अंतिम सांस ली। उनके अंतिम संस्कार के समय कई हस्तियां शामिल हुई थीं।