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UN इंटरनैशनल एसे कॉन्टेस्ट 2017: 60 विजेताओं में से सात भारतीयों ने लहराया परचम
संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित मेनी लैंग्वेज-वन वर्ल्ड इंटरनैशनल एसे कॉन्टेस्ट 2017 में भारत के 7 छात्रों ने अपना परचम लहराया। इस कॉन्टेस्ट में 170 देशों के 6 हजार से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे, जिसमें 60 विजेताओं को चुना गया। 60 विजेताओं में 7 भारतीय छात्र शामिल हैं, जिनमें से 3 जेएनयू के स्टूडेंट हैं। इस कॉन्टेस्ट का आयोजन यूनाइटेड नेशन ऐकडेमिक इम्पैक्ट (यूएनएआई), ईएलएस एजुकेशनल सर्विसेज़ और नॉर्थ-इस्टर्न यूनिवर्सिटी की ओर से किया गया।
नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित मेनी लैंग्वेज-वन वर्ल्ड इंटरनैशनल एसे कॉन्टेस्ट 2017 में भारत के 7 छात्रों ने अपना परचम लहराया। इस कॉन्टेस्ट में 170 देशों के 6 हजार से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे, जिसमें 60 विजेताओं को चुना गया।
60 विजेताओं में 7 भारतीय छात्र शामिल हैं, जिनमें से 3 जेएनयू के स्टूडेंट हैं। इस कॉन्टेस्ट का आयोजन यूनाइटेड नेशन ऐकडेमिक इम्पैक्ट (यूएनएआई), ईएलएस एजुकेशनल सर्विसेज़ और नॉर्थ-इस्टर्न यूनिवर्सिटी की ओर से किया गया।
ये हैं वे 7 भारतीय विजेता
विजेताओं में जेएनयू के मोहम्मद अफान, मोहम्मद शरीफ और अब्दुल कुन्नाथोडी, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के अशाम नेलीक्कावातितायिल, मदीनाथुल उलूम अरबी कॉलेज के मोहम्मद मंसूर, यूनिवर्सिटी फॉर फॉरेनर्स ऑफ पेरुगिया के शबाब अनवर शामिल हैं। इन सभी ने अरबी में एसे लिखा, वहीं एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकनॉमिक की सलोनी आशीष घाटनेकर ने फ्रेंच में एसे लिखा।
दुनिया भर छात्र हुए शामिल
7 भारतीय विजेताओं में से 6 ने अरबी भाषा में निबंध लिखा, जबकि एक अन्य ने फ्रेंच में एसे लिखा। इसमें संयुक्त राष्ट्र की 6 आधिकारिक भाषाओं- अरबी, चीनी, इंग्लिश, फ्रेंच, रशियन और स्पैनिश में एसे लिख कर जमा करने के लिए दुनिया भर से स्टूडेंट शामिल हुए।
ग्लोबल यूथ फोरम में भाग लेने का मिला मौका
इन सभी छात्रों को न्यू यॉर्क और बोस्टन में जुलाई में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय ग्लोबल यूथ फोरम में भाग लेने का अवसर मिल गया है। यूएन मुख्यालय में होने वाले फोरम में ये सभी अपने विचारों को रखेंगे। इसके साथ ही इंटरनैशनल स्कॉलर्स से मिलने का भी अवसर मिलेगा।