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Fact Check: ताबड़तोड़ थप्पड़ खा रहा ये शख्स है बिहार पंचायत चुनाव का प्रत्याशी ?
Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है की यह बिहार पंचायत चुनाव को लेकर बनाया गया है
Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं की माइक हाथ में लिए एक शख्स के साथ फूलों का हार पहने एक आदमी है। दोनों किसी बात को लेकर चर्चा कर रहे हैं। वहीं, आसपास कुछ लोग भी है। फिर अचानक माइक वाला शख्स फोटोशूट के बहाने हार वाले आदमी को एक घर के पीछे ले जाता है और जोर जोर से उसे थपड़ मारने लगता है। इस वीडियो को काफी लोग पसंद कर रहे हैं।
यूजर ने किया यह दावा
वीडियो को एक फेसबुक यूजर ने अपने अकाउंट पर पोस्ट किया है। यूजर ने कैप्शन में लिखा है की ऐसे कौन मुख्य प्रत्याशी के साथ फोटो शूट करता है भाई?। वहीं, यूजर ने दावा भी किया है कि फोटो खींचने के बहाने गांव के मुखिया पद के प्रत्याशी को एक पत्रकार ने थप्पड़ मारे हैं।
यह है वायरल वीडियो की पूरी सच्चाई
वीडियो की जांच की गई, तो पता चला की यह वीडियो भ्रामक है। वीडियो में दिख रहे दोनों लोग कोई पत्रकार या चुनावी प्रत्याशी नहीं है बल्कि एक कलाकार हैं। उन्होंने यह वीडियो बिहार में होने वाले पंचायत चुनावों को देखते हुए सिर्फ मनोरंजन के मकसद से बनाया था, जिसके बाद यह वीडियो खूब वायरल होने लगा। यह भी पता चला कि वीडियो को Harsh Rajput नाम के एक यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया था। वीडियो को 9 सितंबर को पोस्ट किया गया था। वहीं, वीडियो की शुुरुआत में एक डिस्क्लेमर दिया गया है, जिसमें यह लिखा गया है कि "ये वीडियो स्क्रिप्टेड है और मनोरंजन के मकसद से बनाया गया है"। वीडियो में वायरल पार्ट को 2 मिनट 30 सेकेंड के बाद देखा जा सकता है।
वीडियो बिहार के डेहरी में फिल्माया गया
वीडियो में दिख रहे एक शख्स का नाम धर्मेंद्र बताया जा रहा है। जब वीडियो के बारे में धर्मेंद्र से पूछा गया, तो उन्होंने बताया की वीडियो में न तो कोई चुनाव प्रत्याशी है और न ही कोई पत्रकार है। वीडियो में दिख रहे सभी लोग कलाकार हैं। ये वीडियो सिर्फ मनोरंजन के मकसद से बनाया गया है। वीडियो बिहार के डेहरी में फिल्माया गया है।
वीडियो मनोरंजन के लिए बनाया गया था
जांच पड़ताल में यह बात साफ हो गई है कि वीडियो सिर्फ मनोरंजन के मकसद से बनाया गया था। इसमें थपड़ खाने वाला शख्स कोई मुखिया प्रत्याशी नहीं था। यह दावा भ्रामक है।