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Fact Check: 500 रुपये के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहा भ्रामक दावा, ये है सच्चाई

Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों 500 रुपये के दो वाली एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। वायरल फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि इनमें से कौन असली है और नकली।

Krishna Chaudhary
Published on: 30 Jun 2022 11:45 AM GMT
Fact Check News
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500 रुपये के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहा भ्रामक दावा। (Twitter) 

Fact Check: नकली नोटों का चलन देश में एक बड़ी समस्या है। सरकार द्वारा नए नोट लाने के बावजूद समय – समय पर फर्जी नोट पकड़ में आते रहे हैं। लेकिन सोशल मीडिया (Social Media) पर इन दिनों 500 रुपये के दो वाली एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। वायरल फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि इनमें से कौन असली है और नकली।

वायरल हो रही तस्वीर में जिन दो नोटों को दिखाया गया है, इनमें से एक 500 रुपये के नोट पर जहां गांधीजी की फोटो बनी हुई है, उसके बगल में ही हरी पट्टी है। वहीं, दूसरी फोटो में हरी पट्टी गांधीजी की फोटो से थोड़ी दूर है और रिजर्व बैंक के गर्वनर के दस्तखत के पास है।

इन्हीं दोनों नोटों की तुलना करते हुए कहा गया है, 500 रुपये के वो नोट मत लिजिए, जिसमें हरी पट्टी गांधी जी के नजदीक बनी है, क्योंकि ये नकली है। 500 रुपये के सिर्फ वही नोटें लीजिए, जिनमें हरी पट्टी RBI गवर्नर के सिग्नेचर के पास है। इस मेसेज को अपने परिवार और दोस्तों तक पहुंचाएं। सोशल मीडिया पर इसे काफी वायरल किया जा रहा है। यदि आपके पास भी इस तरह के मैसेज आए हैं तो इसे इग्नोर कीजिए। क्योंकि यह दावा गलत है। आरबीआई ने दोनों ही तरह के नोट को मान्यता दी है।

पीआईबी के फैक्ट चेक ने किया आगाह

सोशल मीडिया पर 500 रुपये के नोट से जुड़े इस दावे पर पीआईबी ने भी प्रतिक्रिया दी है। पीआईबी (PIB) के फैक्ट चेक टीम (Fact Check Team) ने इस दावे को से फेक बताया है। साथ ही बताया कि आरबीआई के मुताबिक, दोनों ही तरह के नोट मान्य होते हैं।

बता दें कि इससे पहले भी 500 रुपये के नोट औऱ 2000 रुपये के नोट से जुड़े तरह - तरह के अफवाह आते रहे हैं, जिसमें दावा किया गया था कि सरकार इन नोटों को भी चलन से बंद करने वाली है। तब आरबीआई की तरफ से ऐसे किसी अफवाह पर ध्यान न देने की बात कही गई थी।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

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