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अब मूक बधिर दिव्यांग भी कर सकेंगे बात, बहुत आसान है ये...
अपने इस प्रयोग की सफलता से उत्साहित सार्थक ने कहा कि इस जादूई दस्ताने को बनाने में मात्र 300 रुपये खर्च हुए है। उसका कहना है कि वह शीघ्र ही इसके पेटेंट के लिए आवेदन करेगा। इसके बाद इस दस्ताने को बाजार में लाने पर काम करेगा।
मूक बधिर दिव्यांगों की आवाज बनेगा दस्ताना सुनने में अटपटा लगता है लेकिन भारत के एक होनहार छात्र ने ऐसा कर दिखाया है। इस छात्र ने एक ऐसा जादूई द्स्ताना बनाया है, जिसके जरिये ये दिव्यांग आसानी से अपनी बात दूसरे तक शेयर कर सकेंगे। ये करिश्मा किया है चंडीगढ़ के इंजीनियरिंग के एक छात्र ने।
चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कालेजेज के इंजीनियरिंग छात्र सार्थक ने जादूई द्स्ताने की खूबियां बताते हुए कहा कि यह जादूई द्स्ताना दिव्यांगों की आवाज बनेगा। दस्ताने पर लगे बटन को दबाकर दिव्यांग किसी को भी अपने मन की बात समझा सकते हैं।
अपने इस प्रयोग की सफलता से उत्साहित सार्थक ने कहा कि इस जादूई दस्ताने को बनाने में मात्र 300 रुपये खर्च हुए है। उसका कहना है कि वह शीघ्र ही इसके पेटेंट के लिए आवेदन करेगा। इसके बाद इस दस्ताने को बाजार में लाने पर काम करेगा।
कैसे करता है काम
वास्तव में यह हाथ में पहनने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक दस्ताना है। जिसके ऊपर कुछ बटन उभरे हुए हैं। बटनो को दबाने से अलग-अलग मैसेज तैयार हो जाते हैं। दस्ताने को एक एंड्राइड ऐप की मदद से मोबाइल से जोड़ दिया जाता है। इसके जरिए संदेश प्रसारित होने लगते हैं।
दस्ताने पर बने किसी भी बटन पर मोबाइल ऐप की मदद से कोई भी मैसेज सेट किया जा सकता है। जैसे यदि दिव्यांग को कोई जानकारी चाहिए या फिर उसे खाना-पीना, शौचालय जाना है या उसके बारे में पूछना है तो वह व्यक्ति इस ऐप के जरिए अपना मैसेज दस्ताने के बटन के साथ लिंक कर देगा और बटन दबाने के साथ मैसेज दूसरे व्यक्ति के मोबाइल पर चला जाएगा। इससेजादूई द्स्ताना बता देगा कि दिव्यांग क्या कह रहा है।