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सिद्धार्थ नाथ सिंह बोले- जिसने मुंह खोलने के लिए कहा, उससे शादी कर ली और आज...

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Published on: 26 Sep 2017 6:55 AM GMT
सिद्धार्थ नाथ सिंह बोले- जिसने मुंह खोलने के लिए कहा, उससे शादी कर ली और आज...
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लखनऊ: 'एक सफल पुरुष के पीछे एक नारी का हाथ होता है' वह नारी उसकी मां, बहन, बेटी, दोस्त या फिर पत्नी भी हो सकती है। कुछ ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की। हाल ही में एक कार्यक्रम में उद्घाटन के लिए पहुंचे सिद्धार्थ नाथ सिंह ने हंसी-हंसी में खुद से जुड़े जो राज खोले, उन्हें सुनकर आपकी हंसी छूट जाएगी।

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कार्यक्रम में भाषण के दौरान प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने व्यंग्य करते हुए कहा कि आज से 25 साल पहले एक लड़की ने मुझे मुंह खोलने के लिए कहा और मैंने उससे शादी कर ली। फिर उन्होंने हंसते हुए बताया कि मेरी बीवी एक डेंटल सर्जन है। उसके साथ रहते-रहते मुझे भी दांत के इलाज संबंधी बहुत सी जानकारियों भी हो गई हैं।

siddharthnath singh

बीवी कहती है मुंह खोलकर रखना चाहिए

ठहाकों के हलके-फुल्के मूड के बीच सिद्धार्थ नाथ सिंह बोले- अक्सर लड़कियां कहती हैं कि अपने मुंह को बंद रखो। लेकिन मेरी बीवी हमेशा कहती है कि मुंह खोलकर रहना चाहिए। शायद यही वजह है कि मैं आज एक सफल प्रवक्ता हूं।

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बता दें कि मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यह सभी बातें किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमसी) के ब्राउन हाल में पिट एंड फिटर सीलेंट के पायलेट प्रोजेक्ट के शुभारंभ पर कहीं। उनके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौंजूद थीं।

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मंत्री ने सवाल किया कि आखिर पहले के पान खाने पर कैंसर क्यों नहीं होता था?

पिट एंड फिटर सीलेंट के पायलेट प्रोजेक्ट दांतों से संबंधित है। इसलिए स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को अपने पुराने दिन याद आ गए। उन्होंने दंत विशेषज्ञों से सवाल किया कि आखिर पहले के समय के लोग जब पान खाते थे, तो उनको कैंसर क्यों नही होता था? आज के समय में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी आम हो गई है। मंत्री सिद्धार्थ नाथ ने तंबाकू व अन्य हानिकारक चीजों को बैन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि चिकित्सीय क्षेत्र से जुड़े लोगों को इस पर रिसर्च करने की जरूरत है।

क्या होता है पिट एंड फिटर सीलेंट के पायलेट प्रोजेक्ट

आज के कार्यक्रम में पिट एंड फिटर सीलेंट के पायलेट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया। यह परियोजना स्कूली छात्रों से जुड़ी है। जिसका उद्देश्य है कि स्कूलों में पढ़ने वाले 6-14 वर्ष के छात्रों के दांतों को साफ रखा जा सके। इस परियोजना के माध्यम से यूपी भर के सभी स्कूलों को जोड़ना है व उनके छात्रों के दांतों का उपचार बेहतर ढंग से करना है। इसके माध्यम से पिट एंड फिटर सीलेंट लगाने की उपयोगिता को सिद्ध करना है।

बच्चों में अधिक पाई जाती है दांतों की समस्या

कम उम्र के बच्चों में दांतों का सड़न बहुत बड़ी जन समस्या है। छोटे बच्चे टाफियों को अधिक पसंद करते हैं। अभिभावक के काफी प्रयास के बाद भी बच्चों को चाकलेट खाने से नहीं रोका जा पाता है। इसलिए दांतों की सड़न जैसी समस्या बच्चों को घेर लेती है। पिट एंड फिटर सीलेंट के पायलेट प्रोजेक्ट के माध्यम से स्कूली छात्रों के दांतों पर नजर रखी जाएगी।

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