Goa Election 2022: मची सेक्युलर वोटों की खींचतान, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बिगाड़ सकते हैं कांग्रेस का खेल

Panaji: गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन बनाने की तृणमूल कांग्रेस की कोशिश रंग लाती नहीं दिखाई दे रही है। इसके चलते अब तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टीगोवा की राजनीति में अपनी पहचान बनाने के लिए कांग्रेस के पारंपरिक सेक्युलर वोटों पर नजर गड़ाए हुए हैं।

Neel Mani Lal
Newstrack Neel Mani LalPublished By Deepak Kumar
Published on: 24 Jan 2022 10:43 AM GMT
Goa Election 2022
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Panaji: गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Election) में भाजपा (BJP) के खिलाफ महागठबंधन बनाने की तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की कोशिश रंग लाती नहीं दिखाई दे रही है। इसके चलते अब तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) गोवा की राजनीति में अपनी पहचान बनाने के लिए कांग्रेस के पारंपरिक सेक्युलर वोटों पर नजर गड़ाए हुए हैं। टीएमसी और आप भले ही हाथ न मिलाएं लेकिन अलग अलग रह कर भी वे कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकते हैं।

2017 के चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो 10 निर्वाचन क्षेत्रों में हार जीत का अंतर 5,000 वोट और पांच क्षेत्रों में 500 से कम का रहा है। ऐसे में बहु-कोणीय संघर्ष में महज कुछ सौ वोटों का खेल कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकता है।

कांग्रेस (Congress) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा भी है कि टीएमसी और आप सत्ता विरोधी वोटों को भी बांटेंगे, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) को फायदा होगा। एक राजनीतिक पर्यवेक्षक के अनुसार, 2017 में तीन सीटें जीतने वाली महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ टीएमसी का गठबंधन कांग्रेस (Congress) के लिए एक बड़ा सिरदर्द होगा।

कांग्रेस पर हमलावर रही ममता बनर्जी

दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) मुख्य रूप से कांग्रेस पर हमलावर रही हैं। साथ ही टीएमसी (TMC), कांग्रेस (Congress) के ईसाई विधायकों को फोड़ भी रही है। गोवा (Goa) में 27 फीसदी मतदाता ईसाई हैं और इस समुदाय को पारंपरिक रूप से कांग्रेस (Congress) का मतदाता माना जाता है। अगर यह वोट थोक के भाव टीएमसी को जाता है, तो यह कांग्रेस (Congress) के लिए एक बड़ा नुकसान होगा। दूसरी ओर टीएमसी (TMC) के खेल से भाजपा की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

आप की नजर

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की नजर भी उसी वोटर बेस पर है जिस पर टीएमसी (TMC) और कांग्रेस (Congress) की उम्मीद टिकी हुई है। वैसे तो गोवा में टीएमसी (TMC) और आप (AAP) के पास कोई बड़ा मौका नहीं है। ये दोनों ही सरकार बनाने के करीब आने की स्थिति में नहीं हैं लेकिन ये दोनों पार्टियां कांग्रेस के वोटों को कम कर सकती हैं। कांग्रेस (Congress) का आरोप है कि कई विधायक और अन्य नेता टीएमसी में इसलिए शामिल हो रहे हैं क्योंकि पार्टी अपने उम्मीदवारों को बड़ी धनराशि मुहैया करा रही है।

कांग्रेस (Congress) के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि आप के "स्वच्छ और गैर-भ्रष्ट सरकार" के वादे और टीएमसी (TMC) के प्रयासों के बावजूद लोग उनकी पार्टी को वोट देंगे क्योंकि कांग्रेस, आप और टीएमसी के विपरीत, जमीन पर काम कर रही है। यह स्वीकार करते हुए कि आप और टीएमसी, कांग्रेस के कुछ पारंपरिक वोट छीन सकते हैं, पूर्व सीएम दिगंबर कामत का कहना है कि इन दोनों दलों का प्रभाव मामूली होगा। उन्होंने कहा कि गोवा के लोग दिल्ली और कोलकाता की पार्टियों को वोट नहीं देंगे।

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Deepak Kumar

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