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Goa Assembly Elections 2022 : इस वजह से गोवा है 'कुख्यात', जिस डर से AAP उठाने जा रही अनोखा कदम

इस बार के गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections 2022) में कदम रखने से पहले ही आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) या AAP फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं।

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Newstrack NetworkPublished By aman
Published on: 31 Dec 2021 1:20 PM IST (Updated on: 15 Jan 2022 6:42 PM IST)
Goa Assembly Elections 2022 : इस वजह से गोवा है कुख्यात, जिस डर से AAP उठाने जा रही अनोखा कदम
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Goa Assembly Elections 2022: इस बार के गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections 2022) में कदम रखने से पहले ही आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) या AAP फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। दरअसल, आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने प्रत्याशियों और नेताओं के दल-बदल रोकने के मकसद से अनोखा कदम उठाया है। AAP ने कहा है, कि पार्टी के उम्मीदवारों (Party Candidates) को एक कानूनी हलफनामे (Legal Affidavit) पर हस्ताक्षर करने होंगे, जिसके तहत वो अन्य दल में शामिल होने के मकसद से पार्टी नहीं छोड़ेंगे।

आम आदमी पार्टी के एक नेता ने इस बारे में कहा, कि 'अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के नेतृत्व वाली पार्टी ने चुनाव बाद दल-बदल रोकने के मकसद से यह फैसला लिया है।' बता दें कि इसके पीछे पार्टी का वो डर है जिसके लिए गोवा कुख्यात है। दरअसल, पार्टी को लगता है, कि गोवा में राजनीतिक इतिहास रहा है एक पार्टी के नेता का दूसरे दलों में शामिल होने का। ज्ञात हो, कि AAP ने गोवा के आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है।

कैंडिडेट करेंगे कानूनी हलफनामे पर दस्तखत

इस संबंध में आम आदमी पार्टी के नेता अमित पालेकर कहते हैं, छोटा सा राज्य होने के बाद भी गोवा की राजनीति दल-बदल के लिए बदनाम रही है। इसी समस्या के हल के नजरिए से आप उम्मीदवार एक कानूनी हलफनामे पर हस्ताक्षर करेंगे। इस हलफनामे के मुताबिक, आप उम्मीदवारों को पार्टी बदलकर किसी अन्य दल में शामिल नहीं होने का वादा करना होगा।' उन्होंने आगे कहा, कि 'क्या कांग्रेस कोई गारंटी दे सकती है कि उसके उम्मीदवार पाला नहीं बदलेंगे?'

10 कांग्रेसी विधायक बीजेपी में हुए थे शामिल

आप नेता अमित पालेकर ने आगे कहा, गोवा में कोई एक भी ऐसा दल नहीं है, जो यह आश्वस्त करे कि उसके प्रत्याशी बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। वर्ष 2019 में कम से कम 10 कांग्रेसी एमएलए बीजेपी में शामिल हो गए थे।' पालेकर कहते हैं, कैंडिडेट के द्वारा हस्ताक्षर किए हलफनामे को मतदाताओं के बीच बांटा जाएगा। आप नेता बोले, अगर उम्मीदवार इससे पलटता है तो मतदाता उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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