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Goa Election 2022: गोवा में चुनाव नतीजे से पहले ही बढ़ी निर्दलीयों की पूछ, भाजपा और कांग्रेस दोनों दल डाल रहे हैं डोरे
Goa Election 2022: भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों दलों की ओर से ऐसे निर्दलीय उम्मीदवारों पर डोरे डाले जा रहे हैं जिनकी मतदान के दौरान मजबूती स्थिति दिखी है।
Goa Election 2022: गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Vidhan Sabha Chunav) में मतदान का काम एक चरण में ही पूरा हो चुका है और अब सभी दलों को बेसब्री से चुनाव नतीजे का इंतजार है। इस बार के विधानसभा चुनाव में कड़े चुनावी मुकाबले के कारण तरह-तरह की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। अधिकांश लोगों का मानना है कि मतदान के रुझान को देखते हुए किसी भी दल को पूर्ण बहुमत मिलने के आसार नहीं हैं। ऐसे में पिछले चुनाव की तरह इस बार भी दमदार निर्दलीय प्रत्याशियों (Nirdaliya Candidates) और छोटे दलों की पूछ बढ़ गई है।
भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों दलों की ओर से ऐसे निर्दलीय उम्मीदवारों पर डोरे डाले जा रहे हैं जिनकी मतदान के दौरान मजबूती स्थिति दिखी है। हालांकि दोनों दलों की ओर से पूर्ण बहुमत का दावा जरूर किया जा रहा है मगर भीतर ही भीतर संपर्क साधने का काम भी शुरू हो चुका है।
किसी को भी पूर्ण बहुमत के आसार नहीं
गोवा में विधानसभा की 40 सीटों के लिए मतदान 14 फरवरी को हुआ था। इस बार भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य सियासी दलों और निर्दलीयों के बीच कड़ा मुकाबला दिख रहा है। मतदाताओं के रुझान को देखते हुए 2017 के विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी किसी दल को पूर्ण बहुमत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। पूर्ण बहुमत के लिए राज्य की 21 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करना जरूरी है मगर अटकलें लगाई जा रहे हैं कि कोई भी दल इस आंकड़े तक नहीं पहुंच पाएगा।
ऐसे में उन निर्दलीय प्रत्याशियों की पूछ बढ़ गई है जिन्हें मतदान के दिन मतदाताओं का अच्छा समर्थन मिला है। कांग्रेस और भाजपा की ओर से भले ही मीडिया में पूर्ण बहुमत का दावा किया जा रहा हो मगर भीतर ही भीतर दोनों दलों के नेता बहुमत को लेकर सशंकित हैं और इसी कारण निर्दलीयों और छोटे दलों पर डोरे डालने का काम शुरू हो चुका है।
कांग्रेस ने किया मजबूत सरकार बनाने का दावा
गोवा के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर (Girish Chodankar) का कहना है कि राज्य के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से मिली रिपोर्ट के आधार पर हम यह बात पूरी मजबूती से कह सकते हैं कि कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलने जा रही हैं। हमारी पार्टी के उम्मीदवारों को विभिन्न क्षेत्रों में मतदाताओं का अच्छा समर्थन हासिल हुआ है। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भाजपा के राज से तंग आ चुकी है और यही कारण है कि राज्य के लोग इस बार बदलाव चाहते हैं। उन्होंने इसी के लिए मतदान किया है।
वैसे उन्होंने इसके साथ यह भी जोड़ा कि यदि कांग्रेस के पास बहुमत से कुछ सीटें कम रह गईं तो निश्चित तौर पर समान विचारधारा वाले लोगों से समर्थन हासिल किया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवारों ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और उन्हें इस बात को हमेशा अपने ध्यान में रखना होगा। राज्य में सरकार बनाने के लिए हम सभी लोगों का समर्थन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है जो सभी का समर्थन हासिल करने में कामयाब होगी और राज्य के लोगों को बेहतर सरकार देने में सफल होगी।
भाजपा नेता भी कोशिश में जुटे
दूसरी ओर भाजपा की ओर से भी दावा किया जा रहा है कि पार्टी नतीजों की घोषणा के बाद राज्य में सरकार का गठन करेगी। भाजपा की ओर से भी दावा किया जा रहा है कि राज्य के लोगों का पार्टी को भरपूर समर्थन मिला है। भाजपा नेताओं का दावा है कि भाजपा ही राज्य के लोगों को स्थिर सरकार देने में सक्षम है। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसे 17 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि भाजपा के हिस्से में सिर्फ 13 सीटें ही आई थीं। इसके बावजूद भाजपा ने राज्य में सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की थी।
भाजपा नेताओं की ओर से यह दलील भी दी जा रही है कि छोटा राज्य होने के कारण गोवा को हमेशा केंद्र से मदद की जरूरत पड़ेगी। ऐसी स्थिति में राज्य में भाजपा की सरकार ही विकास योजनाओं को तेज गति से चलाने में सक्षम हो सकती है। उनका यह भी कहना है कि गोवा के लोगों के हितों की रक्षा के लिए राज्य में भाजपा की सरकार बनना जरूरी है और भाजपा निश्चित तौर पर इस काम में कामयाब होगी।
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