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Goa Election Results: चुनाव परिणाम से पहले BJP की प्रत्याशियों के साथ अहम बैठक, गोवा प्रभारी फड़नवीस भी रहेंगे मौजूद
Goa Election Results: गोवा विधानसभा चुनाव के परिणामों से पहले भारतीय जनता पार्टी अपने उम्मीदवारों के साथ गोवा में एक अहम बैठक करने जा रही है। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहेंगे।
Goa Election Results 2022 : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Polls) के नतीजों के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। लिहाजा सियासी दलों में चुनाव परिणाम को लेकर मंथन भी शुरू हो गया है। देश का सबसे छोटा राज्य गोवा भी चुनाव नतीजों का इंतजार कर रहा है। बीते दिनों कांग्रेस (Congress) द्वारा अपने सभी प्रत्याशियों को एक रिजॉर्ट में भेजने के बाद अब बीजेपी (BJP) अपने प्रत्याशियों को पूरी तरह से भरोसे में लेने की कवायद में जुट गई है। भाजपा ने गुरूवार को गोवा के सभी पार्टी प्रत्याशियों की बैठक बुलाई है जिसमे राज्य प्रभारी पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस (Devendra Fadnavis) भी शामिल होंगे।
एक्जिट पोल ने गोवा में बढाई सियासी सरगर्मी
सात मार्च को उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के बाद तमाम न्यूज चैनलों ने अपना एक्जिट पोल (exit polls) दिखाया। इन सभी एक्जिट पोलों में किसी भी दल को गोवा में स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए नहीं दिखाया गया। हालांकि अधिकतर सर्वे में कांग्रेस बीजेपी से आगे दिखी, लेकिन ये मामूली बढ़त थी। विभिन्न पोलों को मिलाकर किए गए पोल ऑफ पोल्स में गोवा में बीजेपी को 13 से 17 तो वहीं कांग्रेस को 14 से 18 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इसने राज्य में चुनाव खत्म होने के बाद अचानक नयी सियासी सरगर्मी पैदा कर दी।
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार बनाने में असफल रहने वाली कांग्रेस तुरंत अपने सभी प्रत्याशियों को एक रिजॉर्ट में भिजवा दिया। पार्टी ने इस मोर्चे पर कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख और तेजतर्रार नेता की छवि रखने वाले डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) को लगा दिया है। कांग्रेस ने अभी से संकेत देने शूरू कर दिए हैं कि अगर हंग असेंबली में जरूरत पड़ी तो वो टीएमसी (TMC) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) का समर्थन जरूर लेगी।
बीजेपी की बैठक
गोवा में बीते 10 सालों से सत्ता पर काबिज बीजेपी पहली बार कोई विधानसभा चुनाव अपने दिग्गज नेता दिवंगत मनोहर पर्रिकर के अनुपस्थिति में लड़ी। जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही बीजेपी के लिए एक्जिट पोल थोड़ा राहत जरूर लेकर आय़ी है। ऐसे में अगर एकबार फिर गोवा में हंग असेंबली होता है तो पार्टी फिर से 2017 वाला वाकया दोहराना चाहेगी। हालांकि इसबार उसके लिए राह इतना आसान नहीं होगा, क्य़ोंकि कांग्रेस इसबार पहले से ही चौंकन्नी है। वहीं कांग्रेस, आप और टीएमसी के संभावित गठजोड़ ने बीजेपी की चिंता और बढ़ा दी है।
ऐसे में माना जा रहा है बीजेपी चुनाव बाद उत्पन्न होने वाली संभावित परिस्थितियों का अभी से आकलन करने में जुट गई है। 40 सदस्यों वाली सबसे छोटी गोवा विधानसभा में पाला बदलना अब बेहद आम हो गया है। लिहाजा भगवा दल को अपने प्रत्याशियों पर भी पूरा नियंत्रण रखना होगा। गोवा में प्रत्याशियों के साथ बीजेपी की बैठक इसी कवायद का हिस्सा है।