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Coronavirus Vaccine: देश में बच्चों के लिए वैक्सीन बनकर तैयार, जल्द शुरू होगा ट्रायल

गुजरात(Gujrat) के अहमदाबाद में जायडस कैडिला(Zydus Cadila) ग्रुप कोरोना वायरस (Coronavirus) की अपनी वैक्सीन जायकोव-डी (ZyKov-D) को 5 से 12 साल के बच्चों के लिए टेस्ट करने की योजना बना रहा है।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 30 May 2021 3:23 PM GMT
Ahmedabad (Gujrat), the Zydus Cadila group is planning to test their vaccine for coronavirus (ZyKov-D) for children
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जायडस कैडिला(Zydus Cadila)(फोटो-सोशल मीडिया) 

Coronavirus Vaccine: अब जल्द ही बच्चों क लिए वैक्सीन भी आने वाली है। गुजरात(Gujrat) के अहमदाबाद में जायडस कैडिला(Zydus Cadila) ग्रुप कोरोना वायरस (Coronavirus) की अपनी वैक्सीन जायकोव-डी (ZyKov-D) को 5 से 12 साल के बच्चों के लिए टेस्ट करने की योजना बना रहा है। जायकोव-डी प्लाजमिड डीएनए वैक्सीन है।

बता दें, न्यूक्लिएक एसिड वैक्सीन के तहत आती है। इस कंपनी ने जायडस कैडिला ने बालिगों के लिए 800 क्लिनिकल ट्रायल किए हैं। इस वैक्सीन का परीक्षण 12 से 18 साल के बच्चों के लिए भी किया गया है।

वैक्सीन को इजाजत मिलेगी

वैक्सीन बनाने वाली इस कंपनी की तैयारी अपनी वैक्सीन के लिए जून या जुलाई के आखिरी तक इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत पाने की है। कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर शरविल पटेल ने एक इंटरव्यू में बताया कि "हमारे पास 5 से 12 आयु वर्ग के बच्चों पर वैक्सीन की टेस्टिंग से जुड़ा अच्छा खासा डाटा होगा। अगर सबकुछ सही तरीके से चलता है, तो 12 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीन को इजाजत मिल जाएगी।

शरविल पटेल ने कहा, "वैक्सीन का विकास हमेशा चरणों में होता है, पहले वरिष्ठों के लिए फिर बच्चों के लिए और उसके बाद 5 साल से छोटे बच्चों के लिए। हमारी वैक्सीन बच्चों के लिए ज्यादा लाभप्रद होगी। इसमें कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिलेगा। जैसा कि आम तौर पर दूसरी वैक्सीन में देखने को मिलता है। इस वैक्सीन का दूसरा फायदा ये है कि इसमें इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती है।"

ऐसे में जायडस कैडिला ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से महामारी कोरोना वायरस के इलाज के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज कॉकटेल के ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल के लिए इजाजत मांगी है।

इसमें कैडिला हेल्थकेयर ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा है कि "जायडस को डीसीजीआई से कोरोना वायरस की ZRC-3308 वैक्सीन के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के लिए अनुमति का इंतजार है।" ये वैक्सीन कोरोना वायरस के दो मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज का कॉकटेल है।

वहीं जायडस ने कहा है कि कैडिला हेल्थकेयर भारत की एकमात्र कंपनी है, जिसने कोरोना वायरस को मारने वाली कॉकटेल आधारित मोनोक्लोनल एंटीबॉडी विकसित की है। इस वैक्सीन से बच्चों में कोरोना वायरस वैक्सीन का टीका जल्द से जल्द लग सकेगा।

Vidushi Mishra

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