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Gujarat Assembly Election 2022: रवींद्र जडेजा की पत्नी रीवाबा के खिलाफ EC में शिकायत, बच्चों से चुनाव प्रचार कराने का आरोप
Gujarat Assembly Election 2022: क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी और बीजेपी उम्मीदवार रीवाबा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की गई है। उन पर बच्चों से चुनाव प्रचार कराने का आरोप है।
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान चरम पर है। इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा की पत्नी और बीजेपी प्रत्याशी रीवाबा मुश्किलों में घिरती नजर आ रही हैं। रीवाबा जडेजा के खिलाफ चुनाव आयोग (EC) में शिकायत की गई है। उन पर बच्चों से चुनाव प्रचार कराने के आरोप लगे हैं।
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बीते 10 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। बीजेपी ने पहली लिस्ट में कुल 182 सीटों में से 160 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी। जामनगर नॉर्थ सीट (Jamnagar North Assembly Seat) से भारतीय क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा (Cricketer Ravindra Jadeja wife Rivaba Jadeja) को टिकट देकर बीजेपी ने चौंका दिया था। जिसके बाद, रविंद्र जडेजा ने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को बधाई दी थी।
चुनाव प्रचार में बच्चों को किया शामिल
रीवाबा जडेजा पर आरोप है कि, उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में बच्चों को शामिल किया। बच्चों से चुनाव प्रचार करवाना बाल श्रम कानून का खुलेआम उल्लंघन माना जाता है। चुनाव आयोग पहले भी सख्ती के साथ बच्चों को चुनाव प्रचार में नहीं शामिल करने के आदेश जारी कर चुकी है। रीवाबा जडेजा पर भी इसी के तहत शिकायत दर्ज करायी गई है।
क्या कहता है NCPCR?
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) पहले भी विभिन्न राज्यों की विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव के दौरान बच्चों के किसी भी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर सख्त निर्देश दिए थे। तब NCPCR ने कहा था, राजनीतिक दल नाबालिग बच्चों को पर्चे बांटने, पोस्टर चिपकाने, बैनर टांगने तथा अभियान रैलियों में हिस्सा लेने के लिए पारिश्रमिक भोगी श्रमिक के सस्ते विकल्प के रूप में इस्तेमाल करती है। ये गलत है। आपको बता दें, इस प्रकार की गतिविधियों को किशोर न्याय (बाल देखभाल एवं सुरक्षा) अधिनियम, 2015 की धारा-75, बाल एवं किशोर श्रम (रोकथाम एवं विनिमयम) अधिनियम, 1986 , संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार) एवं अनुच्छेद 23 (बलात श्रम से संरक्षण का अधिकार) , भादंसं की संबंधित धाराओं तथा चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
रिवाबा ने 2019 में थामा था 'कमल'
आपको बता दें कि, रविंद्र की पत्नी रिवाबा जडेजा का राजनीति से पुराना नाता है। रिवाबा साल 2019 में लोकसभा चुनाव के समय बीजेपी से जुड़ी थीं। इससे पहले, रिवाबा करणी सेना (Karni Sena) की महिला मोर्चा की अध्यक्ष थीं। हालांकि बाद में रिवाबा ने बीजेपी का 'कमल' थामने का फैसला लिया। वो पार्टी की समर्पित कार्यकर्ता के रूप में जुड़ी रहीं, जिसका उन्हें फल मिला।
2016 में हुई थी रविंद्र-रिवाबा की शादी
क्रिकेटर रविंद्र जडेजा और रिवाबा की शादी साल 2016 में हुई थी। रविंद्र जडेजा से उनकी पहली मुलाकात उनकी बड़ी बहन नैना ने करवाई थी। रिवाबा अपना ज्यादातर समय राजकोट (Rajkot) और जामनगर (Jamnagar) में ही बिताती हैं। इसीलिए जामनगर उत्तर निर्वाचन क्षेत्र (Jamnagar North Constituency) पर मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है।