Gujarat Politics: कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में भाजपा, कई विधायक छोड़ेंगे पार्टी का साथ

Gujarat Politics: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात का प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। विधानसभा चुनाव में पार्टी को एकजुट रखने की कवायद की जा रही है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 16 Aug 2022 5:30 AM GMT
Ashok Gehlot
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (photo: social media )

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Gujarat Politics: गुजरात में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाल में गुजरात कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और अब कई विधायक भी पार्टी को झटका देकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने को तैयार हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के छह विधायक पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं और उन्होंने इस बाबत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल से मुलाकात करके बातचीत भी हुई है।

भाजपा का यह ऑपरेशन कांग्रेस को बड़ा झटका देने वाला साबित होगा क्योंकि इनमें से चार विधायक पाटीदार समुदाय से जुड़े हुए हैं। पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बड़े चेहरे हार्दिक पटेल पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में पाटीदार वोट बैंक में कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है।

गहलोत करेंगे मनाने की कवायद

गुजरात में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण भाजपा ने पूरी ताकत झोंक रखी है तो दूसरी ओर कांग्रेस अपना कुनबा सहेजने में ही जुटी हुई है। राज्य में कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं। हाल में पार्टी के दो बड़े नेताओं राजू परमार और नरेश रावल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी इस झटके से उबरने की कोशिश में जुटी हुई है मगर अब पार्टी को और बड़ा झटका लग सकता है।

पार्टी नेतृत्व की ओर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात का प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। विधानसभा चुनाव में पार्टी को एकजुट रखने की कवायद की जा रही है। इसी सिलसिले में गहलोत आज गुजरात के दौरे पर पहुंचने वाले हैं। वे सूरत और राजकोट में दक्षिण और सौराष्ट्र जोन के कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करेंगे। गहलोत बुधवार को वडोदरा और अहमदाबाद में पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे। वैसे अशोक गहलोत को पार्टी से नाराज विधायकों को मनाने में कामयाबी मिलने की उम्मीद काफी कम दिख रही है।

पार्टी से चुनावी फंड मिलने में दिक्कतें

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सौराष्ट्र क्षेत्र के कई विधायक पार्टी की ओर से कोई फंड न मुहैया कराए जाने की बात को लेकर नाराज हैं। गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष का कहना है कि इन विधायकों ने चुनाव लड़ने के लिए पार्टी से आर्थिक सहयोग देने की मांग की थी। पार्टी की ओर से विधायकों की यह मांग पूरी न किए जाने के कारण अब ये नाराज विधायक पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

पार्टी के छह विधायकों की नाराजगी की बात सामने आई है और मजे की बात यह है कि इनमें से चार विधायक पाटीदार समुदाय से जुड़े हुए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नाराज विधायकों में संजय सोलंकी, महेश पटेल, भावेश कटारा, चिराग कलगरिया, ललित वसोया और हर्षद रिबादिया के नाम शामिल हैं। जानकार सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि इन विधायकों ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल से मुलाकात करके फाइनल बातचीत भी कर ली है।

भाजपा और आप ने झोंक रखी है ताकत

गुजरात कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि फंड की कमी के कारण पार्टी के नेताओं को कई क्षेत्रों में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि विरोधी दलों में फंड की कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे में पार्टी के कई विधायक भाजपा का दामन थामने के लिए तैयार दिख रहे हैं। गुजरात में विधानसभा का चुनाव नजदीक आने के बावजूद कांग्रेस पूरी ताकत नहीं लगा पा रही है। पार्टी अपना कुनबा संभालने में ही जुटी हुई है जबकि दूसरी ओर भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए मजबूत रणनीति बनाकर पूरी ताकत झोंक रखी है।

आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी लगातार गुजरात का दौरा करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने राज्य के मतदाताओं से कई लुभावने वादे भी किए हैं। इस कारण अगले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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