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Gujarat Election 2022: 'पहली अग्निपरीक्षा' के लिए गुजरात तैयार, जानें 89 सीटों का हाल..देखें हर जिले का लेखा-जोखा

Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 89 सीटों के लिए 1 दिसंबर को मतदान होगा। पहले दौर में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात की सीटों पर वोटिंग होनी है।

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Written By aman
Published on: 30 Nov 2022 6:36 AM IST
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पीएम मोदी, अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी (Social Media)

Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार (01 दिसंबर) को होगा। पहले फेज में राज्य के कुल 182 सीटों में से 89 सीटों पर मतदान होंगे। इस चरण में सौराष्ट्र (Saurashtra) की 54 तथा दक्षिण गुजरात (South Gujarat) की 35 सीटों पर वोटिंग होगी। इसके बाद शेष 93 सीटों पर दूसरे चरण में 5 दिसंबर को मतदान होंगे। चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को जारी होंगे।

गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जिन 89 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को वोटिंग होगी, उसके लिए 788 उम्मीदवार मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। ज्ञात हो कि, पिछले विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। मगर, 5 साल बाद गुजरात के सियासी हालात बदले-बदले नजर आ रहे हैं। राज्य में इस दफे मुकाबला त्रिकोणीय है। कांग्रेस और बीजेपी के अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) भी मैदान में है। ऐसे में बीजेपी पर जहां सत्ता बरकरार रखने का दबाव है वहीं, कांग्रेस पर अपना पुराना प्रदर्शन दोहराने की चुनौती भी है।

पहले चरण में किन सीटों पर कितने कैंडिडेट

गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 89 सीटों पर कुल 788 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 70 महिला कैंडिडेट हैं। जबकि, 339 निर्दलीय प्रत्याशी (Independent Candidate) चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 89 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, AAP ने 88, बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने 57 और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) के 6 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसके अतिरिक्त समाजवादी पार्टी यहां एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दे रही है, तो भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने भी अपने प्रत्याशी उतार रखे हैं।

पहले चरण में इन जिलों में होगा मतदान

गुरुवार को गुजरात में पहले चरण की जिन 89 सीटों पर वोटिंग होगी वे हैं, कच्छ (Kachchh), सुरेंद्रनगर (Surendranagar), जामनगर (Jamnagar), मोरबी (morbi), राजकोट (Rajkot), देवभूमि द्वारका (Devbhumi Dwarka), पोरबंदर (Porbandar), जूनागढ़ (Junagadh), गिर सोमनाथ (Gir Somnath), बोटाड (Botad), नर्मदा (Narmada), अमरेली (Amreli), भावनगर (Bhavnagar), भरूच (Bharuch), सूरत (Surat ), तापी (Tapi), डांग (Dang), नवसारी (Navsari) और वलसाड (Valsad)। पहले चरण में होने वाले मतदान में दक्षिण गुजरात के 7 जिले की 35 सीटें हैं, तो सौराष्ट्र और कच्छ के 12 जिले की 54 सीटों हैं। साल 2017 में इन सभी सीटों पर 68 फीसदी मतदान हुआ था।

2017 में किस पार्टी के हिस्से कितनी सीटें गई थी

पिछले चुनाव में गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के इसी इलाके में कांग्रेस, बीजेपी पर भारी पड़ी थी। उस चुनाव में पाटीदार आंदोलन ने बीजेपी को खासा नुकसान पहुंचाया था। जबकि, दक्षिण गुजरात में बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया था। इस बार, पहले चरण की जिन 89 सीट सीटों पर 1 दिसंबर को मतदान होंगे उनमें पिछली बार बीजेपी ने 48 सीटें जीती थीं। जबकि, कांग्रेस ने 39, बीटीपी ने 2 और एनसीपी ने एक सीट पर कब्ज़ा किया था। इस तरह, बीजेपी और कांग्रेस पर जहां अपनी-अपनी सीटें बचाने की चुनौतियां होंगी वहीं, AAP पर सीटें हासिल करने का दबाव।

पिछली बार कितना प्रतिशत हुआ था मतदान

सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र की 54 सीटों में पिछली बार करीब 65 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कांग्रेस पार्टी ने 28 सीटें, तो बीजेपी ने 20 सीट हासिल की थी। अन्य दलों को 3 सीटें प्राप्त हुई थी। इसी तरह दक्षिण गुजरात (South Gujarat) इलाके में 35 सीटें हैं। यहां 2017 विधानसभा चुनाव में 70 फीसद मतदान हुआ था। साउथ गुजरात में बीजेपी को 27 सीटें मिली थी, जबकि कांग्रेस को महज 8 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था।

2017 में यहां रहा था कांग्रेस का जलवा

साल 2017 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सबसे खराब प्रदर्शन सौराष्ट्र क्षेत्र में रहा था। पहले चरण के कुल 19 जिलों में से 7 जिले ऐसे हैं जहां बीजेपी खाता भी नहीं खोल पायी थी। ये जिले हैं अमरेली, नर्मदा, डांग, तापी, अरावली, मोरबी और गिर सोमनाथ। यहां के पिछले प्रदर्शन को बीजेपी याद भी करना नहीं चाहेगी। आपको बता दें, अमरेली जिले में 5, गिर सोमनाथ में 4, अरावली और मोरबी में 3-3, नर्मदा तथा तापी में 2-2 और डांग में एक सीट है। इन सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। जबकि, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ तथा जामनगर ऐसे जिले हैं जहां का परिणाम मिलाजुला रहा था। मगर, कांग्रेस ने बीजेपी से अधिक सीटें हासिल की थी। सुरेंद्रनगर जिले की 5 में से 4, जूनागढ़ जिले की 5 से 4 और जामनगर जिले की 5 में से 3 सीटें कांग्रेस ने जीती थी।

यहां बीजेपी ने लहराया था परचम

इसी तरह पहले फेज की कई ऐसी सीटें रही हैं जहां बीजेपी ने परचम लहराया था। पहले चरण में पोरबंदर एकमात्र ऐसा जिला था, जहां कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला था। बीजेपी ने यहां की दोनों सीटें अपने नाम की थी। इसी तरह कच्छ, भावनगर, राजकोट, भरूच, सूरत, नवसारी और वलसाड में भाजपा, कांग्रेस से अधिक सीटें हासिल जीतने में कामयाब रही थी। सूरत की 16 में से 15 सीटें जीतने में बीजेपी सफल रही थी। कांग्रेस को मात्र एक सीट ही हासिल हुई थी। आपको बता दें, बीजेपी की सत्ता में वापसी में सूरत का बड़ा योगदान रहा था। इस बार कांग्रेस पर दबाव होगा कि वो यहां अच्छा प्रदर्शन करे। अगर, कांग्रेस गुजरात की सत्ता में वापसी चाहती है तो उसे यहां चमत्कार करना ही होगा।

बीजेपी की नजर सौराष्ट्र पर

पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 'पाटीदार आंदोलन' (Patidar Andolan) की वजह से सौराष्ट्र (Saurashtra) में भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इस कारण बीजेपी उस कमी की भरपाई में जुटी रही। चुनाव प्रचार के दौरान शुरुआत से ही पार्टी ने कई स्तर पर मेहनत की। कांग्रेस के वैसे विधायक जो अपने बूते चुनाव जीतने की ताकत रखते हैं, बीजेपी ने उन्हें भी अपनी तरफ खींच लिया है। इस फेहरिस्त में सबसे नया नाम भगा बराड (Bhaga Barad) और हर्षद रिबडिया (Harshad Ribadiya) का है। इन दोनों नेताओं ने चुनाव ऐलान से कुछ दिन पहले की कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थम लिया। इसके अलावा, पार्टी सौराष्ट्र में काफी लम्बे वक्त से मेहनत कर रही है।

पहले चरण में इतने वोटर्स करेंगे मतदान

गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले फेज में जिन 19 जिलों की 89 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी, उसके लिए 25,393 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। पहले चरण के लिए कुल मतदाता 2,39,56,817 हैं। जिनमें 1,24,22,518 पुरुष तथा 1,15,33,797 महिलाएं हैं। इनके अलावा, 503 थर्ड जेंडर वोटर्स भी हैं। ये सभी मतदाता गुरुवार (01 दिसंबर) को 788 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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