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Gujarat Earthquake: भूकंप से हिला गुजरात, द्वारका में 5.3 की तीव्रता से लगा झटका

Gujarat Earthquake: गुजरात में द्वारका (Dwarka) के पास भूकंप (Earthquake) आया। भूकंप का केंद्र द्वारका, गुजरात, भारत से 556 किमी पश्चिम (पश्चिम) में था।

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Newstrack NetworkPublished By Shashi kant gautam
Published on: 25 March 2022 3:09 PM IST (Updated on: 25 March 2022 3:50 PM IST)
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भूकंप: Concept Image - Social Media

Gujarat Earthquake: आज शुक्रवार दोपहर गुजरात (Gujarat) में द्वारका (Dwarka) के पास 5.3 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र द्वारका, गुजरात, भारत से 556 किमी पश्चिम (पश्चिम) में था। भूकंप भारतीय समयानुसार 12.37 बजे सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में आया।

क्यों आता है भूकंप (Why does earthquake happen)

पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स (7 plates) हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

जानें क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?

आपको बता दें भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है।

गुजरात में 5.3 की तीव्रता का भूकंप: Concept Image - Social Media

40 किमी के दायरे में झटका तेज होता

फिर भी यदि रिक्टर स्केल (Richter scale) पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

ऐसे मापा जाता है भूकंप की तिव्रता

भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।

Shashi kant gautam

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