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Gujarat Election 2022: क्या हार्दिक को मना पाएंगे राहुल, नाराजगी दूर करने की कोशिश मगर पटेल ने नहीं खोले पत्ते

Gujarat Assembly Election 2022: पाटीदार समुदाय पर मजबूत पकड़ रखने वाले हार्दिक पटेल की नाराजगी दूर करना भी राहुल के लिए बड़ी चुनौती है।

Anshuman Tiwari
Report Anshuman TiwariPublished By Prashant Dixit
Published on: 11 May 2022 5:13 AM GMT
राहुल गांधी और हार्दिक पटेल
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राहुल गांधी और हार्दिक पटेल (फोटों सोशल मीडिया)

Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा को कड़ी चुनौती देने की कोशिश में जुट गई है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मंगलवार को गुजरात दौरा पार्टी की इसी मुहिम का हिस्सा था। गुजरात विधानसभा के इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार आदिवासी बेल्ट की 27 सीटों के लिए कड़ी सियासी जंग की बिसात बिछ चुकी है। चुनावी जंग से पहले कांग्रेस नेतृत्व की सबसे बड़ी चिंता प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी और नेताओं की एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति को लेकर है।

पाटीदार समुदाय पर मजबूत पकड़ रखने वाले हार्दिक पटेल की नाराजगी दूर करना भी राहुल के लिए बड़ी चुनौती है। अपनी गुजरात यात्रा के दौरान राहुल ने हार्दिक की नाराजगी दूर करने की पूरी कोशिश की। दामोह रैली को संबोधित करने के बाद राहुल ने हार्दिक पटेल से कुछ देर तक बातचीत भी की। इस मुलाकात के बाद सियासी हलकों में यह सवाल जरूर तैर रहा है कि क्या राहुल हार्दिक की नाराजगी दूर करने में कामयाब हो पाएंगे? वैसे हार्दिक पटेल ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

राहुल ने की हार्दिक को मनाने की कोशिश

भाजपा ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार आदिवासी बेल्ट की सीटों पर विशेष फोकस कर रखा है। भाजपा के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए ही राहुल गांधी ने मंगलवार को दामोह में एक बड़ी रैली को संबोधित किया था। इस रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी से नाराज चल रहे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल की नाराजगी दूर करने की भी कोशिश की। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान हार्दिक पटेल का विशेष रूप से जिक्र किया।

संबोधन के बाद मंच से उतरकर राहुल गांधी ने हार्दिक पटेल से कुछ देर तक बातचीत भी की। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि दोनों नेताओं के बीच किन मुद्दों को लेकर बातचीत हुई। इस बातचीत के बाद हार्दिक पटेल ने इस बाबत अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। सियासी जानकारों का मानना है कि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि हार्दिक की नाराजगी दूर हो गई है क्योंकि उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हाल के दिनों में उनकी भाजपा नेताओं से बातचीत भी चर्चाओं में रही है। ऐसे में उनके अगले सियासी कदम का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।

नरेश पटेल पर जल्द फैसले की मांग

खोडलधाम ट्रस्ट के मुखिया और पाटीदार समुदाय पर मजबूत पकड़ रखने वाले नरेश पटेल को लेकर भी कांग्रेस में अभी तक भ्रम की स्थिति दूर नहीं हो पाई है। अपनी गुजरात यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी के विधायकों के साथ बंद कमरे में चर्चा भी की। इस बैठक के दौरान विधायकों की ओर से नरेश पटेल का मुद्दा भी उठाया गया।

विधायकों का कहना था कि नरेश पटेल के संबंध में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जल्द फैसला करना चाहिए। विधायकों का कहना था कि विधानसभा चुनाव सिर पर आ गया है और ऐसे में इस मुद्दे पर टालमटोल का रवैया पार्टी के लिए सियासी नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो सकता है।

हार्दिक को भी पार्टी के फैसले का इंतजार

हाल के दिनों में हार्दिक पटेल प्रदेश नेतृत्व पर अपनी अनदेखी और पार्टी के फैसलों में सलाह न लिए जाने की बात कहकर अपनी नाराजगी जताते रहे हैं मगर जानकारों का कहना है कि उनकी नाराजगी की सबसे बड़ी वजह नरेश पटेल को लेकर रही है।

नरेश पटेल की कांग्रेस में एंट्री होने पर उन्हें खुद का महत्व कम हो जाने का खतरा महसूस हो रहा है। हार्दिक पटेल भी नरेश पटेल को लेकर जल्द फैसला किए जाने की बात कह चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि नरेश पटेल के संबंध में फैसला होने तक हार्दिक अपने पत्ते नहीं खोलेंगे।

गुटबाजी दूर करने की नसीहत

दामोह रैली के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए दो तरह का भारत बनाने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश को अमीरों और गरीबों के बीच में बांट दिया है। मोदी सरकार की सारी नीतियां अमीरों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है जबकि गरीबों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। अपनी गुजरात यात्रा के दौरान राहुल ने पार्टी नेताओं और विधायकों को गुटबाजी दूर करने और एकजुटता का संदेश भी दिया।

उन्होंने पार्टी नेताओं को खुद को संगठन से बड़ा न समझने की नसीहत भी दी। पार्टी विधायकों से चर्चा के दौरान राहुल ने कहा कि पार्टी सबसे बड़ी है और सभी को पार्टी के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। राहुल ने कहा कि पार्टी नेताओं से चर्चा के दौरान यह बात उभर कर सामने आई है कि हम चुनाव जीतने की स्थिति में है। ऐसे में सभी को पूरी ताकत लगाकर भाजपा को जवाब देना होगा।

Prashant Dixit

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