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गुजरात में कांप उठी धरती, ताबड़तोड़ भूकंप के झटकों से घरों से भागे सभी

Gujarat : गुजरात के राजकोट में आज जोरदार भूकंप के झटके से धरती कांप उठी है।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 8 Dec 2021 3:00 AM GMT (Updated on: 8 Dec 2021 3:11 AM GMT)
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भूकंप (डिजाइन फोटो- न्यूजट्रैक) 

Gujarat: गुजरात से बुधवार सुबह की बड़ी खबर आ रही है। गुजरात के राजकोट में भूकंप (Gujarat mein bhukamp) के ताबड़तोड़ झटके महसूस किये गए हैं। सर्दियों की इस सुबह लोगों को अपने-अपने घरों से भागना पड़ा। इस भूकंप की तीव्रता रिएक्यर पैमाने पर 3.4 आंकी गई है।

देश में लगातार भूकंप आने का सिलसिला एक बार फिर से शुरू हो गया है। ऐसे में आज गुजरात में भूकंप आने से लोगों में डर बन गया है। घरों में सो रहे लोगों को भूकंप से खौफ से भागना पड़ा। फिलहाल राहत की बात ये है कि इस दौरान किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। इससे पहले लद्दाख में 3्0 नवंबर का भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे।

लद्दाख में 30 नवंबर के तड़के भूकंप के झटके (bhukamp ke jhatke) महसूस किए गए। जिसके बारे में नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) ने जानकारी देते हुए बताया कि लेह के पूर्वी क्षेत्र में आज सुबह करीब 4 बजकर 50 मिनट पर भूंकप का आया था।

लद्दाख में भूकंप

लद्दाख में आए भूकंप में राहत की बात थी कि इस भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा। एनसीएस (NCS) के मुताबिक, पूर्व लेह (Leh) से 81 किमी दूर यह भूंकप आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी (bhukamp ki tivrata) गई थी। इस भूकंप की गहराई 10 किमी थी।

इससे पहले तमिलनाडु में भूकंप आया था। ये भूकंप 29 नवंबर को तमिलनाडु के वेल्लोर में आया था। इस दौरान भी भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। लोगों को भूकंप के ये झटके सुबह 4:17 बजे महसूस हुए थे। जब लोग आधी नींद में उठकर घरों से बाहर की तरफ भागे थे। इस बीच आए सभी भूकंप सुबह ही आए हैं।

तमिलनाडू के भूकंप के बारे में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, इसकी तीव्रता 3.6 थी। वेल्लोर के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 25 किमी और 59 किमी की गहराई पर आया।

भूकंप कैसे आता है (Bhukamp Kaise Aata Hai)?

धरती के अंदर सात प्लेट्स होती हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। इन प्लेटों के अचानक टकराने के कारण भूकंप आता है। इसे ऐसे समझें, प्लेटें आपस में टकराने के बाद एक फॉल्ट लाइन जोन बनता है, जिसके बाद सतह के कोने मुड़ जाते हैं। ऐसा होने पर दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन्हीं प्लेट्स के टूटने की वजह से अंदर की जो एनर्जी होती है वो बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिस वजह से धरती हिलती है और जिसे भूकंप कहा जाता है।


Vidushi Mishra

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