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Haryana:हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान,प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की इस्तीफे की पेशकश

Haryana: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार के बाद पार्टी में घमासान तेज होता दिख रहा है। पार्टी के नेता एक-दूसरे पर हिर का ठीकरा फोड़ने में जुट गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को भी निशाना बनाया जा रहा है।

Anshuman Tiwari
Published on: 14 Oct 2024 4:32 PM IST
Haryana (Pic- Social- Media)
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Haryana (Pic- Social- Media)

Haryana: हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार के बाद पार्टी में घमासान तेज होता दिख रहा है। पार्टी के नेता एक-दूसरे पर हिर का ठीकरा फोड़ने में जुट गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को भी निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने भी हाल में हुई एक बैठक के दौरान पार्टी की हार की समीक्षा की थी। इस बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश के नेताओं पर जमकर भड़ास निकाली थी।

पार्टी की हार को लेकर तेज होती खींचतान के बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है। हालांकि हरियाणा चुनाव के दौरान तबीयत खराब होने के कारण बाबरिया अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने हरियाणा में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए हाईकमान से कहा कि उनकी जगह किसी नए शख्स को प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। दीपक बावरिया ने इस बाबत पार्टी के नेता राहुल गांधी से भी बातचीत की है। दीपक बाबरिया के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के भी इस्तीफा देने की संभावना जताई जा रही है।

वरिष्ठ नेता ने साधा बाबरिया पर निशाना

दरअसल हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मजबूत स्थिति में माना जा रहा था मगर चुनाव नतीजे में भाजपा की बड़ी जीत ने पार्टी नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है। पार्टी की इस हार के पीछे हरियाणा के नेताओं की गुटबाजी को बड़ा कारण माना जा रहा है। हार के बाद पार्टी के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटे हुए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने हाल में प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की तीखी की आलोचना की थी।

उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव के दौरान दीपक बाबरिया बीमार थे और उनके अस्पताल में भर्ती होने के कारण कामकाज पूरी तरह ठप था। ऐसी स्थिति में उन्हें कांग्रेस हाईकमान से वैकल्पिक व्यवस्था के संबंध में अनुरोध करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान दीपक बाबरिया की लापरवाही पूरी तरह उजागर हुई है। आरोपों में घिरने के बाद अब दीपक बाबरिया ने इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है।

चुनाव के समय एम्स में भर्ती थे बाबरिया

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के समय दीपक बावरिया रक्तचाप संबंधी समस्या के कारण दिल्ली एम्स में भर्ती थे। वैसे हरियाणा में उनका कोई मजबूत जनाधार नहीं रहा है और पार्टी के अधिकांश नेता उन्हें कोई महत्व नहीं देते रहे हैं। कैप्टन अजय यादव ने तो बाबरिया पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा व्यक्ति कैसे पार्टी का प्रदेश प्रभारी हो सकता है जो चुनाव के समय ही सीन से पूरी तरह गायब था।

दीपक बाबरिया को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का करीबी माना जाता रहा है। कर्नाटक में विधायक दल के नेता पद के चुनाव के समय खड़गे ने उन्हें पर्यवेक्षक भी बनाया था। इसके बाद उन्हें दो प्रमुख राज्यों हरियाणा और दिल्ली का प्रभारी बना दिया गया था।

कई और नेताओं पर गिर सकती है गाज

हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। पिछले दिनों हुई पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित करने का फैसला लिया गया था।। बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तीखा तेवर दिखाते हुए कहा कि हरियाणा के कुछ नेताओं ने खुद को पार्टी से ऊपर समझा।

पार्टी नेताओं की गुटबाजी के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उनका कहना था कि पार्टी नेताओं ने निजी हित का ही ध्यान रखा और पार्टी हितों की कोई परवाह नहीं की। माना जा रहा है कि फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की ओर से जांच रिपोर्ट दिए जाने के बाद कई नेताओं पर गाज गिर सकती है।



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Shalini Rai

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