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किसान महापंचायत: आज करनाल सहित 5 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद, धारा 144 लागू
करनाल में आज होने वाली किसान महापंचायत को देखते हरियाणा सरकार ने मोबाइल कंपनियों की इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं बंद कर दी है।
Haryana News: करनाल में आज होने वाली किसान महापंचायत और उसके बाद अनिश्चितकाल के लिए मिनी सचिवालय के घेराव के एलान को देख हुए हरियाणा सरकार एक्शन मोड में आ गई है। प्रदेश सरकार के 5 जिलों में सभी मोबाइल कंपनियों की इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं बंद कर दी है। जिन जिलों में ये सेवाएं बंद की गई है उनमें करनाल के अलावा कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत और जींद शामिल हैं।
दरअसल, किसानों पर 28 अगस्त को हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ करनाल में आज यानी मंगलवार को लघु सचिवालय का घेराव करने के कार्यक्रम से एक दिन पहले प्रशासन ने जिले में सोमवार को लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया और मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया।
रात 11:59 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद
हरियाणा सरकार ने पास के चार जिलों में भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सोमवार दोपहर 12:30 बजे से लेकर मंगलवार मध्य रात्रि तक बंद रखने का आदेश दिया है। कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत जिलों में आज को दिन में 12 बजे से रात 11:59 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रहेगी।
इसमें कहा गया है कि हरियाणा के सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को आदेश का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है। बाद में एक और आदेश जारी कर कहा गया कि पास के चार जिलों में भी मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। इन जिलों में कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत शामिल हैं।
धारा 144 लागू, 5 से ज्यादा लोगों के इकठ्ठा होने पर पाबंदी
अधिकारियों ने कहा कि जिले में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं, जहां स्थानीय अधिकारियों ने दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध किया गया।
मांगें पूरी न होने पर किया लघु सचिवालय के घेराव का फैसला
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन को 6 सितंबर तक की समय सीमा दी थी। चढूनी ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ यहां सोमवार को बैठक हुई लेकिन उनकी मांगों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार सुबह लघु सचिवालय का घेराव करने फैसला किया।
शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे: चढूनी
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन को 6 सितंबर तक की डेडलाइन दी है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ यहां सोमवार को बैठक हुई लेकिन उनकी मांगों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार सुबह विशाल पंचायत बुलाने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे, लेकिन अगर प्रशासन हमें रोकता है, तो हम बैरिकेड तोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित करने का किसानों का कोई प्लान नहीं है.
व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, एसएमएस सब बंद
आदेश में कहा गया है कि व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों के जरिए गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार पर काबू के लिए करनाल में मोबाइल इंटरनेट सेवा, एसएमएस सेवा को निलंबित करने का आदेश दिया गया है।
ड्रोन सहित, सुरक्षा बलों की कुल 40 कंपनियां तैनात
करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की कुल 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। पुनिया ने कहा कि पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बल के साथ, पुलिस अधीक्षक रैंक के पांच अधिकारी और 25 डीएसपी रैंक के अधिकारी यहां सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपायों के तहत कैमरों से लैस ड्रोन भी तैनात किए जाएंगे।
कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं: DM निशांत यादव
करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कृषि कानूनों का विरोध करने वाले विभिन्न किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर सात सितंबर को करनाल में लघु सचिवालय का घेराव करने की चेतावनी दी है।