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Himachal में आनंद शर्मा की नाराजगी बनी कांग्रेस की मुसीबत: मनाने में जुटा नेतृत्व, BJP की जोरदार तैयारियां
हिमाचल के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने आनंद शर्मा से मुलाकात के बाद उनके असंतुष्ट न होने का दावा किया। जबकि, आनंद शर्मा ने अभी अपने भावी सियासी कदम को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं।
Anand Sharma News : हिमाचल प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा (Congress leader Anand Sharma) की नाराजगी पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत बनती दिख रही है। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) विधानसभा चुनाव के लिए गठित चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से आनंद शर्मा के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इसी कारण पार्टी नेतृत्व ने आनंद शर्मा को मनाने की कोशिशें तेज कर दी गई है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला (Himachal Pradesh Congress in-charge Rajeev Shukla) ने आनंद शर्मा से मुलाकात के बाद उनके असंतुष्ट न होने का दावा किया है। हालांकि, आनंद शर्मा ने अभी अपने भावी सियासी कदम को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। हिमाचल प्रदेश में करीब तीन दशक से हर पांच साल पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच सत्ता बदलती रही है। मगर, भाजपा इस बार के चुनाव में इस सिलसिले को तोड़ने की कोशिश में जोर-शोर से जुटी हुई है। दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी गुटबाजी और नेताओं की नाराजगी से ही जूझ रही है।
आनंद शर्मा को मनाने की कवायद तेज
कांग्रेस की चुनाव संचालन समिति से वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इसी कारण पार्टी नेतृत्व ने आनंद शर्मा की नाराजगी दूर करने की कवायद शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने सोमवार को आनंद शर्मा से लंबी बातचीत की। इस बातचीत के बाद उन्होंने आनंद शर्मा के पार्टी से नाराज होने से इनकार किया है।
उन्होंने कहा कि, आनंद शर्मा कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) के सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वे पार्टी के प्रति अभी भी पूरी तरह समर्पित हैं। वे पार्टी की नीतियों को लेकर असंतुष्ट नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि फिर आनंद शर्मा ने इस्तीफा क्यों दिया? राजीव शुक्ला ने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है। उन्होंने यह भी दावा किया कि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान आनंद शर्मा पार्टी का प्रचार करेंगे।
मुलाकात के बाद शर्मा का बयान नहीं
वैसे पार्टी की ओर से अपमान किए जाने के आनंद शर्मा के आरोपों को लेकर राजीव शुक्ला ने कोई टिप्पणी नहीं की। राजीव शुक्ला से मुलाकात के बाद अभी तक आनंद शर्मा ने कोई बयान नहीं जारी किया है। हालांकि, इससे पूर्व उन्होंने कांग्रेस संचालन समिति से इस्तीफा देते हुए कहा था कि एक स्वाभिमानी व्यक्ति के रूप में निरंतर अपमान को देखते हुए उनके पास से इस्तीफा देने के सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं था।
इसके साथ ही उन्होंने खुद को कांग्रेस की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध भी बताया था। उनके इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस के भीतर सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। आनंद शर्मा कांग्रेस के असंतुष्ट खेमे जी-23 से जुड़े रहे हैं और पार्टी की ओर से खुद की उपेक्षा किए जाने को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं।
जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है भाजपा
हिमाचल प्रदेश में एक ओर कांग्रेस पार्टी नेताओं की गुटबाजी और नाराजगी से बेहाल है तो दूसरी ओर भाजपा ने जोर-शोर से विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी की ओर से मानसून की रफ्तार कम होते ही बूथ स्तरीय रणनीति (BJP Booth Level Strategy) पर अमल करने की तैयारी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (BJP National President JP Nadda) का गृह राज्य होने के कारण पार्टी के लिए हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। पिछले तीन दशक से अधिक समय से हिमाचल प्रदेश की सत्ता हर पांच साल पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बदलती रही है। इस कारण पार्टी के सामने इस बार सत्ता को बचाने की चुनौती है।
बीजेपी देगी 'हर घर दस्तक'
पार्टी की अंदरूनी रिपोर्ट अच्छी न मिलने के बाद पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति पर तेजी से अमल करना शुरू कर दिया है। पार्टी ने बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर के 'हर घर दस्तक' देने की योजना तैयार की है। राज्य का मौसम सुधरने के बाद इस रणनीति पर अमल शुरू होगा। इसके साथ ही अगले महीने से चुनाव प्रबंधन टीमों को भी सक्रिय कर दिया जाएगा। पार्टी की ओर से नेताओं की बड़ी सभाएं आयोजित करने की भी तैयारी है।