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Himachal में फिर चलेगा मोदी का जादू? हिल स्टेट की रैलियों में पीएम-योगी की स्टार प्रचारक के रूप में मांग
इतिहास में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले हैं जब बीजेपी ने टक्कर वाले मुकाबले में पीएम मोदी के चेहरे और उनके काम को खूब भुनाया है। उत्तराखंड का हालिया विधानसभा चुनाव इसका उदाहरण है।
Himachal Pradesh Assembly Election 2022 : हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता में दोबारा लौटने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है। इसी क्रम में बीजेपी ने हिमाचल चुनाव के मद्देनजर अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी है। बीजेपी के इन दोनों ही नेताओं की मांग स्टार प्रचारक के रूप में पूर्व से ही होती रही है। लेकिन, सवाल यही है कि क्या पीएम मोदी का जादू इस पहाड़ी राज्य में एक बार फिर चलेगा?
दरअसल हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों (Himachal Pradesh assembly Elections 2022) की तारीखों की घोषणा की जा चुकी है। यहां 12 जिलों की 68 सीटों पर एक ही फेज में 12 नवंबर को मतदान होंगे। 8 दिसंबर 2022 को वोटों की गिनती होगी। हिमाचल चुनाव के लिए चुनाव आयोग की तारीखों के ऐलान के साथ ही सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। इनमें बीजेपी सबसे आगे है। हाल में पीएम मोदी सहित बीजेपी नेताओं का इस पहाड़ी राज्य में आना-जाना लगा है।
जयराम पर जनता फिफ्टी-फिफ्टी के मूड में
बीजेपी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) के नेतृत्व में बीते 5 सालों में हिमाचल के विकास की बात दोहराती रही है। उनके नेतृत्व को पीएम मोदी की शख्सियत और कद का लाभ भी मिलता रहा है। लेकिन, सवाल वही की क्या बीजेपी दोबारा सत्ता में वापसी करने जा रही है? तो जवाब मिलाजुला आ रहा है। आधे लोग जहां सीएम जयराम ठाकुर के काम को नाकाफी बता रहे हैं तो आधे के करीब संतुष्ट भी हैं। ऐसे में बीजेपी नेतृत्व को पता है कि उनके लिए पीएम मोदी ट्रंप कार्ड के रूप में मौजूद हैं। इसका लाभ पार्टी को जरूर मिलेगा।
पीएम मोदी-योगी की डिमांड
हिमाचल विधानसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा से पहले ही चुनाव प्रबंधन की तरफ से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभाओं को लेकर मांग उठने लगी है। हाल के वर्षों में देखने को मिला है कि सीएम योगी की मांग देश के अन्य राज्यों में भी रही है। दरअसल, योगी आदित्यनाथ की भाषण शैली को भाजपा समर्थक बेहद पसंद करते हैं। उत्तर प्रदेश में अपने किए काम को उदाहरण के रूप में पेश करने की उनकी क्षमता लाजवाब है। कमोबेश ऐसा ही प्रधानमंत्री मोदी भी करते हैं। साथ ही साथ तंज भरे लहजे में विपक्षी पार्टियों पर करारा वार भी करते हैं। इन दोनों नेताओं की इसी शैली के कायल उनके समर्थक हैं। चाहे बिहार चुनाव हो या आंध्र प्रदेश का निकाय चुनाव या फिर उत्तराखंड का विधानसभा चुनाव, योगी आदित्यनाथ की रैलियों में भारी भीड़ जुटी है। हिमाचल चुनाव में भी मोदी-शाह के साथ-साथ सीएम योगी की बड़ी डिमांड है।
..तो क्या फिर चलेगा मोदी फैक्टर?
हाल ही में एक खबरिया चैनल और एक सर्वे एजेंसी ने भी पहाड़ी राज्य हिमाचल में जनता की नब्ज टटोली। इस सर्वे में 'पीएम मोदी फैक्टर' को लेकर मतदाताओं की राय ली गई। सर्वे के नतीजों में जहां 56 प्रतिशत ने कहा कि, यहां पीएम मोदी का जादू एक बार फिर चलेगा। तो 44 फीसदी वोटरों का मानना था कि इस बार के चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा। मतलब मुकाबला आसान नहीं होगा। मगर, इतिहास में जाएं तो कई ऐसे उदाहरण देखने को मिलेंगे जब बीजेपी ने ऐसे मौकों पर पीएम मोदी के चेहरे और उनके काम को खूब भुनाया है। उत्तराखंड का हालिया विधानसभा चुनाव इसका उदाहरण है।