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हिमाचल में आफत: बर्ड फ्लू की दूसरी लहर की दस्तक, मरे मिले सैकड़ों परिंदें
भोपाल के एनआईएचएसएडी ने मृत पक्षियों के नमूनों में एच 5 एन 8 एवियन इन्फ्लुएंजा मिलने की पुष्टि की है।
शिमला। देशभर में इस साल जनवरी में बर्ड फ्लू का प्रकोप रहा था। अब हिमाचल प्रदेश में इसकी दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है। हिमाचल की पौंग डैम झील में इस बार एवियन इन्फ्लुएंजा का नया वेरिएंट पाया गया है। 240 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले पौंग डैम वैटलैंड में हर साल 1,15,000 से अधिक विदेशी परिंदे आते हैं। मृत पक्षियों में ज्यादातर रेड हेडेड गीज और ग्रे लाइट गूज, कॉमन टील, फार्मोरेंट प्रजाती के पक्षी दर्ज किए गए हैं। ये पक्षी सेंट्रल ऐसिया, मंगोलिया, साइबेरिया और चीन से आते हैं।
वन विभाग के अनुसार अप्रैल में बर्ड फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। 25 मार्च के बाद से अभीतक पौंग डैम में 100 विदेशी परिंदे मृत मिले हैं। भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) ने मृत पक्षियों के नमूनों में एच 5 एन 8 एवियन इन्फ्लुएंजा मिलने की पुष्टि की है, जोकि जनवरी-फरवरी माह में पाए गए एवियन इन्फ्लुएंजा से अलग है।जनवरी में हिमाचल में एच5एन-1 एवियन इन्फ्लुएंजा पाया गया था जबकि इस बार इसका नया रूप जो पहले से भी घातक बताया जा रहा एच 5 एन 8 एवियन इन्फ्लुएंजा पाया गया है।
पौंग डैम क्षेत्र में मिगेशले थे मृत विदेशी परिंदें
जनवरी में देश के 10 राज्यों समेत हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू पाया गया था और इस दौरान पौंग डैम क्षेत्र में पांच हजार से ज्यादा विदेशी परिंदें मृत मिले थे। इसके अलावा प्रदेश के 5 जिलों में कई स्थानों में 200 से अधिक कौए भी मरे पाए गए थे। उस दौरान केंद्र सरकार और हिमाचल सरकार ने बर्ड फ्लू पर नियंत्रण और नजर रखने के लिए कई टीमों का गठन किया था। साथ ही हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में मीट और चिकन की बिक्री पर भी रोक लगाने के साथ बाहरी राज्यों से आने वाली पोल्ट्री के आयात पर रोक लगा दी गई थी। अब जब एक बार फिर से बर्ड फ्लू की दस्तक से वन विभाग और पशुपालन विभाग की टीमों को एलर्ट पर रखा गया है। वन विभाग और पशुपालन विभाग की टीमों का गठन कर मृत पक्षियों की तलाश का काम जारी है। जो मृत पक्षी टीमों को मिल रहे हैं उन्हें बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षियों को दिशा निर्देशों के तहत नष्ट किया जा रहा है।
पशुओं के चराने पर लगी पाबंदी
मृत पक्षी मिलने के बाद से सरकार ने पौंग डैम एरिया में हर प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। स्थानीय लोगों को पौंगडैम क्षेत्र में पशुओं के चराने पर पाबंदी लगा दी है। पौंग डैम वैटलैंड में मृत मिले विदेशी पक्षियों में से 98 फीसदी रेड हैडेड गीज हैं। उन्होंने बताया कि इन पक्षियों में ये वायरस हमेशा रहता है। इनमें यदि रोग पतिरोध क्षमता कम हो जाए या नेचुरल रिसोर्सिज की कमी हो तो इनकी मृत्यू होना शुरू हो जाती है। बताया जा रहा है कि गर्मियों के शुरू होने के साथ ही माईग्रेटरी बर्ड के वापस लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसलिए पहले ही तरह इसका इतना फैलाव नहीं होगा और अभी डैम एरिया में बहुत कम ही पक्षी रहे हैं।