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Himachal Pradesh: जानिए कौन है सुखविंदर सिंह सुक्खू? जो बनेंगे हिमाचल के नए सीएम
Himachal Pradesh: सीएम पद के लिए सुखविंदर ने दावा किया है कि कांग्रेस आलाकमान उन्हे नजरंदाज नहीं कर सकता है क्योंकि वो पिछले 40 साल से पार्टी से जुड़े हुए हैं।
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बंपर जीत दर्ज की लेकिन अब यहां पर कांग्रेस को सीएम चुनना है, जिसको लेकर हिमाचल प्रदेश में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। सीएम की रेस में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री का नाम चल रहा है। जिसमें सुखविंदर सिंह सूक्खू का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। सुखविंदर सिहं प्रतिभा की उम्मीदवारी के खिलाफ हैं क्योंकि वह विधायक नहीं हैं।
कौन है सुखविंदर सिंह सुक्खू?
सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस कैंपेन कमेटी के प्रमुख हैं। वह हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के नादौन विधानसभा से 4 बार विधायक चुने गए हैं। सूक्खू ने इस बार बीजेपी के विजय अग्निहोत्री को 3363 वोटों से हराया है। सुखविंदर सिंह सूक्खू का 26 मार्च 1964 को नादौन में जन्म हुआ। उनकी दो बेटियां हैं। उन्होने हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालय से पीजी और एलएलबी की पढ़ाई की है। सुखविंदर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र नेता के रुप में की थी। सुखविंदर सिंह 1989 से 1995 के बीच एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे। 1999 से 2008 के बीच वे युवा कांग्रेस के प्रमुख रहे। सुखविंदर 2 बार शिमला नगर निगम पार्षद चुने गये। 2013 में सुखविंदर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष बने। उसके बाद में 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य ईकाई के प्रमुख बने। सुखविंदर 2003, 2007, और 2017 में नादौन विधानसभा से विधायक चुने गये।
सुखविंदर सिंह सुक्खू सीएम रेस मे आगे
सीएम पद के लिए सुखविंदर ने दावा किया है कि कांग्रेस आलाकमान उन्हे नजरंदाज नहीं कर सकता है क्योंकि वो पिछले 40 साल से पार्टी से जुड़े हुए हैं। पार्टी हाईकमान और संगठन में उनकी पहुंच है। लगातार 4 बार विधायक बन चुके हैं। इसके अलावा राज्य में जनता के बीच में उनकी अच्छी पकड़ है। उनकी दावेदारी इसलिए भी ज्यादा मानी जा रही है क्योंकि उन्होने अपने गृह जिले हमीरपुर में पहली बार पांच में से चार सींटे कांग्रेस की झोली में डाली हैं। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है, जबकि भारतीय जनता पार्टी हमीरपुर जिले में खाता तक नहीं खोल पायी है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68 में से 40 सीटों से पूर्ण बहुमत मिला है, जबकि भाजपा केवल 25 सीटों पर ही सिमट गई। तीन निर्दलीय भी चुनाव जीते हैं। हालांकि, भाजपा की एक प्रतिशत से भी कम मतों के अंतर से हार हुई है।