×

34 हजार करोड़ का घोटाला: DHFL के प्रवर्तक भाईयों कपिल व धीरज वधावन पर केस दर्ज

Bank Fraud: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई ने अब तक के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी के मामले में डीएचएफएल के प्रवर्तकों कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 22 Jun 2022 3:56 PM GMT
Two brothers together carried out the biggest banking fraud, a scam of more than 34 thousand crores
X

बैंकिंग फ्रॉड -कपिल वधावन-धीरज वधावन: Photo - Social Media

New Delhi: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई (CBI) ने अब तक के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी के मामले में डीएचएफएल (DHFL) के प्रवर्तकों कपिल वधावन (Kapil Wadhawan) और धीरज वधावन (Dheeraj Wadhawan) के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। वधावन भाईयों पर 17 बैंकों के एक समूह को 34615 करोड़ रूपये का चूना लगाने का आरोप है। सीबीआई (CBI) ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) की अगुवाई वाली बैंक समूह की शिकायत पर यह कार्रवाई की है। यह जांच एजेंसी के दायरे में आई अब तक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी है। इससे पहले एबीजी शिपयार्ड पर 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था।

इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस

सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी इस मामले में मुंबई स्थित आरोपियों के ठिकाने की तलाशी ले रही है। जांच एजेंसी ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) ने तत्कालीन सीएमडी कपिल वधावन, डायरेक्टर धीरज वधावन और छह रियल्टी कंपनियों के विरूद्ध आपराधिक साजिश रचने का केस दर्ज किया है। सीबीआई का कहना है कि इन लोगों ने मिलकर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत अन्य बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने की साजिश रची।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने की थी शिकायत

सीबीआई ने ये कार्रवाई यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 11 फरवरी 2022 को मिली शिकायत के आधार पर की है। इससे पहले 2021 में इसी बैंक ने सीबीआई को डीएचएफएल के प्रवर्तकों और तत्कालीन प्रबंधन के खिलाफ जांच करने के लिए लिखा था। इसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) की अगुवाई वाले कंसोर्टियम को 40,623.36 करोड़ रुपये का नुकसान होने की बात कही गई थी। रूपये का आंकड़ा 30 जुलाई 2020 के आधार पर था।

यहां आपको बता दें कि डीएचएफएल एक हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (housing finance company) है। कपिल वधावन इसके प्रबंध निदेशक और चेयरमैन थे। कंपनी फिलहाल डूबने की कगार पर है और इसको बेचने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं वधावन बंधु पहले से ही जेल में हैं। दोनों को निजी क्षेत्र की बैंक यस बैंक से धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। दोनों के ऊपर आरोप है कि उन्होंने यस बैंक के को - फाउंडर राणा कपूर के साथ मिलकर यस बैंक के साथ धोखाधड़ी की। कपूर भी फिलहाल मुंबई की तलोजा जेल में बंद हैं।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story