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Gautam Adani:अडानी समूह ने अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोपों को बताया निराधार, गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद दी सफाई

गौतम अडानी के खिलाफ जारी हुआ है वारंट, अमेरिकी अधिकारियों को रिश्वत देने का है आरोप, 265 मिलियन डॉलर देने का है आरोप

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Newstrack Network
Published on: 21 Nov 2024 1:50 PM IST (Updated on: 21 Nov 2024 3:08 PM IST)
Gautam Adani:अडानी समूह ने अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोपों को बताया निराधार, गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद दी सफाई
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अडानी समूह 21 नवंबर को अपने चेयरमैन गौतम अडानी और अन्य प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी और प्रतिभूति धोखाधड़ी के आरोपों का जोरदार खंडन किया है। समूह ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि अडानी समूह ईमानदारी और अनुपालन के उच्चतम मानकों के साथ काम करता है। आरोपों को संबोधित करने के लिए सभी संभावित कानूनी उपायों का सहारा लिया जाएगा।

अडानी समूह ने कहा कि अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनका खंडन किया गया है। जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है, "अभियोग में लगाए गए आरोप आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाएगा।" सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे।"

अडानी की मुश्किलें एकबार फिर बढ़ी

देश के सबसे अमीर व्यक्ति और अडानी ग्रुप के के चेयरपर्सन गौतम अडानी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। अमेरिका में गौतम अडानी समेत उनकी कंपनी से जुड़े सात लोगों पर कई अरब डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का संगीन आरोप लगाया गया है। इस मामले को लेकर 20 नवंबर को अमेरिकी कोर्ट में सुनवाई करते हुए गौतम अडानी समेत सात लोगों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिए।

अडानी समूह अमेरिकी बॉन्ड नहीं करेगा जारी

अडानी समूह पर हालिया आरोप के बाद, अडानी समूह की सब्सिडियरी कंपनियों ने 600 मिलियन डॉलर के अमेरिकी डॉलर बॉन्ड जारी करने की अपनी योजना को रद्द कर दिया है। यह जानकारी अडानी ग्रीन एनर्जी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी। कंपनी ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने कंपनी के बोर्ड सदस्यों गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ आरोप तय किए हैं। इन घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए, कंपनी ने अमेरिकी डॉलर बॉन्ड जारी न करने का निर्णय लिया है।




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Shivam Srivastava

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