पटना में 9वीं कक्षा के छात्र की अपहरण के बाद हत्या, निशाने पर सरकार

Rishi
Published on: 19 Jan 2018 11:41 AM GMT
पटना में 9वीं कक्षा के छात्र की अपहरण के बाद हत्या, निशाने पर सरकार
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पटना : बिहार की राजधानी के अगमकुआं थाना इलाके से गुरुवार को अगवा एक प्रॉपटी डीलर सुधीर कुमार के बेटे रौनक कुमार का शव पुलिस ने शुक्रवार को उसी इलाके की एक दुकान से बरामद किया। रौनक नौवीं कक्षा का छात्र था। पुलिस के अनुसार, 15 साल के किशोर रौनक का गुरुवार को अपराधियों ने उस समय अपहरण कर लिया था, जब वह अपने घर से निकलकर स्कूल जा रहा था। अपहर्ताओं ने रौनक को मुक्त करने के बदले 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शुक्रवार को बताया कि नौवीं कक्षा के छात्र रौनक का शव सुबह एक दुकान से बरामद किया गया है। अपहर्ताओं ने इसकी हत्या कर शव को यहां छिपा दिया था।

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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हीं में से एक व्यक्ति ने हत्या की बात स्वीकार की थी। पुलिस ने बताया कि जिस दिन बच्चे का अपहरण किया गया। उसी दिन हत्या कर दी गई। अपहर्ताओं को इस बात का डर था कि कहीं उनकी पहचान उजागर न हो जाए।



पुलिस के अनुसार, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे मामले को उजागर कर दिया जाएगा। इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है।

इधर, विपक्ष इस हत्या के बाद सरकार पर निशाना साध रही है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, "राज्य में 14 वर्षीय छात्र रौनक का अपहरण कर अपराधियों द्वारा उसकी निर्मम हत्या कर दी गई है। अपराधी बेशर्मी से नंगा नाच रहे हैं, हर गांव-शहर में दनादन गोलियों की बरसात हो रही है। नीतीश सरकार कानून व्यवस्था पर उतनी ही बेशर्मी से चुप है। मीडिया भी चुप है, क्योंकि मंगलकारी भाजपा सरकार में है।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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