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पंचायत का फरमान: जो किसान आंदोलन में नहीं जाएगा, भरेगा जुर्माना, होगा बहिष्कार

किसान आन्दोलन के लिए बकायदा प्रस्ताव भी पास किया गया है। उसमें साफ-साफ लिखा है जो किसान परिवार इस आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली व आसपास के बार्डरों पर नहीं जाएगा। उनके ऊपर 1500 से 5 हजार रुपए तक जुर्माना लगाया जाएगा।

Aditya Mishra
Published on: 31 Jan 2021 4:21 PM IST
पंचायत का फरमान: जो किसान आंदोलन में नहीं जाएगा, भरेगा जुर्माना, होगा बहिष्कार
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गुरदासपुर: केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 67वें दिन भी जारी है। किसान केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं।

किसान नेताओं की अपील के बाद दिल्ली और अन्य बॉर्डरों पर किसान भारी संख्या में फिर से इकट्ठा हो गए हैं। किसान और उनके परिवार की तरफ से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।

यूपी और हरियाणा की खाप पंचायतों के बाद पंजाब की पंचायतें भी किसान आंदोलन को तेज करने में जुट गईं हैं। बठिंडा के गांव विर्क खुद के बाद पक्खी कलां व डोड समेत कई और गांवों में पंचायतों ने किसान आंदोलन के समर्थन में हर घर से लोगों को बारी –बारी से आन्दोलन में शामिल होने के लिए कहा है।

Farmers पंचायत का फरमान: जो किसान आंदोलन में नहीं जाएगा, भरेगा जुर्माना, होगा बहिष्कार (फोटो: सोशल मीडिया)

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1500 से 5 हजार रुपए तक जुर्माना

इसके लिए बकायदा प्रस्ताव भी पास किया गया है। उसमें साफ-साफ लिखा है जो किसान परिवार इस आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली व आसपास के बार्डरों पर नहीं जाएगा।

उनके ऊपर 1500 से 5 हजार रुपए तक जुर्माना लगाया जाएगा। बहानेबाजी बिल्कुल भी नहीं चलेगी। जो परिवार आंदोलन में भाग नहीं लेगा या फिर जुर्माना नहीं भरेगा तो ऐसी स्थिति में उनका सोशल बायकाट किया जाएगा। सभी ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई है।

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kisan andolan पंचायत का फरमान: जो किसान आंदोलन में नहीं जाएगा, भरेगा जुर्माना, होगा बहिष्कार (फोटो: सोशल मीडिया)

आपसी सहमति से प्रस्ताव पास

फिरोजपुर के दिलाराम गांव में भी किसान नेताओं द्वारा ऐसा ही प्रस्ताव पास किया गया है। जिस पर सभी के हस्ताक्षर करवाए गए हैं।

किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलन को पहले से भी ज्यादा मजबूत करने के लिए गांव के लोगों ने पंचायत से मिलकर आपसी सहमति से इस तरह का प्रस्ताव पास किया है।

पीएम मोदी ने तिरंगे के अपमान पर जताया दुख, टिकैत ने कही ये बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल में आज पहली बार मन की बात कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 26 जनवरी की घटना को याद करते हुए कहा कि लाल किले पर तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी हुआ है।

पीएम मोदी का बयान आने के बाद कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने उस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

राकेश टिकैत ने कहा कि बंदूक की नोक पर सरकार के साथ बातचीत नहीं होगी। हम बातचीत करेंगे लेकिन सरकार कंडीशन रख कर बात ना करें।

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Aditya Mishra

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