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Madhya Pradesh New CM:मध्य प्रदेश में ‘शिव’ का राज या कोई दूसरा चेहरा,भाजपा विधायक दल की बैठक में आज होगा फैसला
MP News CM: राज्य में शिवराज सिंह चौहान के अलावा कई अन्य नेता भी मुख्यमंत्री पद की रेस में बने हुए हैं। मध्य प्रदेश में आज भाजपा विधायक दल की बैठक होने वाली है और इस बैठक के दौरान नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी।
Madhya Pradesh New CM: छत्तीसगढ़ के बाद आज मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का फैसला होगा। छत्तीसगढ़ में भाजपा विधायक दल की बैठक में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय के नाम पर सहमति बनी है और अब हर किसी को मध्य प्रदेश और राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसले का इंतजार है। दोनों ही राज्यों में अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
मध्य प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकायत देते हुए बड़ी जीत हासिल की है। ऐसे में हर किसी को इस बात का इंतजार है कि राज्य में शिवराज सिंह चौहान ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे या पार्टी की ओर से किसी और नेता को मौका दिया जाएगा। राज्य में शिवराज सिंह चौहान के अलावा कई अन्य नेता भी मुख्यमंत्री पद की रेस में बने हुए हैं। मध्य प्रदेश में आज भाजपा विधायक दल की बैठक होने वाली है और इस बैठक के दौरान नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी।
भाजपा ने हासिल की है बड़ी जीत
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ था। राज्य के मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में बंपर वोटिंग की जिस कारण पार्टी ने 163 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाबी हासिल की है। दूसरी ओर कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की ओर से किसी भी नेता को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं किया गया था।
भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और काम के दम पर चुनाव मैदान में उतरी थी। राज्य के चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए गए थे और एक सप्ताह के दौरान भी अभी तक राज्य के नए मुख्यमंत्री को लेकर फैसला नहीं हो सका है। अब सबकी निगाहें आज होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक पर टिकी हुई हैं।
भाजपा विधायक दल की बैठक आज
मध्य प्रदेश में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर,पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रमुख के.लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। पार्टी के एक विधायक ने बताया कि शाम चार बजे भाजपा विधायक दल के बैठक होने की उम्मीद है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभी विधायकों को दोपहर एक बजे भोज के लिए बुलाया गया है और इसके बाद शाम चार बजे विधायक दल की बैठक होगी जिसमें राज्य के नए मुख्यमंत्री के चेहरे पर मुहर लगाई जाएगी।
पार्टी की ओर से विधायकों को विधायक दल की बैठक के बारे में सूचना भेजी जा चुकी है। विधायक दल की बैठक शुरू होने से पहले सभी विधायकों की ग्रुप फोटो भी होगी। विधायकों को बैठक से पहले मीडिया से दूरी बनाए रखने की हिदायत भी दी गई है।
शिवराज सिंह चौहान सबसे मजबूत दावेदार
मध्य प्रदेश में भाजपा की चुनावी जीत में शिवराज सिंह चौहान की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना योजना ने इस बार कमाल दिखाया है और भाजपा महिलाओं का बंपर समर्थन हासिल करने में कामयाब रही है। भाजपा की चुनावी जीत के बाद शिवराज सिंह चौहान लगातार यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश में अभी भी वही सबसे ताकतवर नेता हैं। शिवराज सिंह चौहान चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार 1990 में विधायक चुने गए थे। इस बार भाजपा को चुनावी जीत दिलाने के लिए उन्होंने 160 से ज्यादा चुनावी सभाएं की हैं। मुख्यमंत्री पद की रेस में शिवराज सिंह चौहान को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
कई अन्य नेता भी सीएम पद के दावेदार
वैसे राज्य में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शिवराज के अलावा कई और कद्दावर नेता भी शामिल हैं। ओबीसी समुदाय से जुड़े प्रह्लाद सिंह पटेल को भी मुख्यमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है। इसी तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिमनी के नवनिर्वाचित विधायक नरेंद्र तोमर की दावेदारी भी काफी मजबूत मानी जा रही है। तोमर भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और इंदौर वन विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कैलाश विजयवर्गीय भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं। वे चुनाव नतीजे की घोषणा से पूर्व ही सीएम पद पर अप्रत्यक्ष रूप से दावेदारी जताते रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल है। 2020 में कांग्रेस को हटाकर बीजेपी की सरकार बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि कौन नेता भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का समर्थन और आशीर्वाद हासिल करने में कामयाब हो पाता है। सबको इस बात का इंतजार है कि मध्य प्रदेश में ‘मामा राज’ की वापसी होगी या भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से किसी और नए चेहरे को मौका दिया जाता है।