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IPL:धोनी की कप्तानी में CSK दमदार, इस बार रैना भी दिखाएंगे अपना जलवा
आईपीएल के इतिहास में टीम पहली बार प्ले ऑफ से बाहर हुई थी और सातवें स्थान पर रही ।
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में खेलने वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने सबसे ज्यादा आठ बार आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेला है। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की टीम तीन बार आईपीएल का खिताब जीत चुकी है और इस बार टीम चौथी बार आईपीएल खिताब अपने नाम करने की कोशिश करेगी। पिछले साल खेले गए आईपीएल मुकाबले में टीम का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा था। आईपीएल के इतिहास में टीम पहली बार प्ले ऑफ से बाहर हुई थी और सातवें स्थान पर रही थी।
सुरेश रैना की हुई टीम में वापसी
पिछले साल खेले गए आईपीएल मुकाबले में सीएसके टीम के टॉप स्कोरर सुरेश रैना टीम में शामिल नहीं थे। संयुक्त अरब अमीरात में मुकाबला शुरू होने से पहले ही वे भारत लौट आए थे जिसे लेकर बाद में काफी विवाद भी हुआ था। रैना की इस बार फिर टीम में वापसी हुई है और माना जा रहा है कि इस बाएं हाथ के बल्लेबाज के आने से टीम को काफी मजबूत ही मिलेगी।
टीम में रैना की तो वापसी जरूर हुई है मगर टीम के टॉप विकेट टेकर हरभजन सिंह पिछली बार की तरह इस बार भी टीम के साथ नहीं होंगे। हरभजन सिंह इस बार कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ आईपीएल मुकाबलों में उतरेंगे।
सीएसके का मध्य क्रम काफी मजबूत
यदि सीएसके के मध्यक्रम की बात की जाए तो सुरेश रैना, रॉबिन उथप्पा और ड्वेन ब्रावो की मौजूदगी से टीम बड़ा स्कोर बनाने और बड़ा लक्ष्य हासिल करने में पूरी तरह सक्षम है। अंबाती रायडू और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही फाफ डु प्लेसिस और मोइन अली भी टीम को मजबूती प्रदान करेंगे।
इन सभी खिलाड़ियों के साथ ही सीएसके के पास सैम करन जैसा दमदार ऑलराउंडर भी है जो किसी भी स्थिति में मैच जिताने की ताकत रखता है। टीम इंडिया के खिलाफ आखिरी वनडे में सैम करन ने अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को चौंका दिया था। इंग्लैंड की टीम मैच जीतने के करीब पहुंच गई थी मगर आखिरी समय में टीम इंडिया की अच्छी गेंदबाजी के कारण इंग्लैंड के हाथ से जीत फिसल गई थी।
स्पिन में धोनी के पास कई विकल्प
स्पिन आक्रमण में भी सीएसके की टीम को काफी मजबूत माना जा रहा है। टीम के पास इमरान ताहिर, मोइन अली, रविंद्र जडेजा, कृष्णप्पा गौतम जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं। चेन्नई की पिच स्पिनरों की मददगार मानी जाती है मगर बीसीसीआई के बदले शेड्यूल के कारण इस बार सीएसके की टीभ चेन्नई में नहीं खेलेगी।
चेन्नई की टीम को दिल्ली में चार, मुंबई में पांच, बंगलुरु में तीन और कोलकाता में दो मुकाबले खेलने हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि दूसरे मैदानों पर चेन्नई के स्पिनर क्या कमाल दिखाते हैं।
तेज गेंदबाजी भी काफी आक्रामक
स्पिन गेंदबाजी के साथ ही सीएसके के पास तेज गेंदबाजों का और भी अच्छा आक्रमण मौजूद है। शार्दुल ठाकुर, ड्वेन ब्रावो, लुंगी एनगिडी, दीपक चाहर और सैम करन जैसे गेंदबाज विपक्षी टीम की बल्लेबाजी को ध्वस्त करने में पूरी तरह सक्षम हैं। शार्दुल और ब्रावो लीडिंग विकेट टेकर हैं।
वैसे जानकारों का मानना है कि सीएसके के पास मिडिल ऑर्डर में तो की गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज जरूर हैं मगर डेथ ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों की कमी भी दिख रही है। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड भी टीम में शामिल थे मगर उनके नाम वापस लेने से टीम को करारा झटका लगा है।
आठ बार फाइनल खेल चुकी है सीएसके
सीएसके की टीम ने 8 बार आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेला है और 2010, 2011 और 2018 में टीम आईपीएल का खिताब जीतने में कामयाब रही है। इस तरह टीम के पास इस बार चौथी बार खिताब जीतने का मौका है और टीम के प्रदर्शन पर हर किसी की नजर लगी हुई है।
पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात में खेले गए आईपीएल मुकाबले में टीम का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था और टीम सातवें नंबर पर रही थी। हालांकि इसके लिए कई कारण जिम्मेदार थे और इस बार धोनी की अगुवाई में एक बार फिर टीम पूरे उत्साह के साथ आईपीएल में उतरने के लिए तैयार है।