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CSK vs KKR Final: सीएसके और केकेआर के बीच नौ साल बाद खिताबी जंग, दोनों टीमों में कड़े मुकाबले की उम्मीद

CSK vs KKR Final: यूएई में आज आईपीएल 2021 का फाइनल मैच होने वाला है। यह मैच सीएसके और केकेआर के बीच खेला जाएगा। आइए जानते है कौन-सी टीम किस पर भारी पड़ेगी?

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Chitra Singh
Published on: 15 Oct 2021 11:18 AM IST
CSK vs KKR Final
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CSK vs KKR (Photo- @MsDFan_kLTiger Twitter)

CSK vs KKR Final: विजयदशमी के दिन आज IPL 2021 की दो ताकतवर टीमों चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच खिताबी जंग होगी। दशहरा के उल्लास में डूबे लोगों की दिलचस्पी आज आईपीएल के इस महामुकाबले को लेकर भी है। 59 मैचों के बाद खिताबी जंग के लिए तय हुई दोनों टीमों के बीच आज कड़े और रोमांचक मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है। फाइनल मुकाबले में नौ साल बाद दोनों टीमें आमने-सामने होंगी।

जहां एक ओर चेन्नई की टीम की कप्तानी अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के हाथों में होगी वही कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) की कमान विश्व विजेता इंग्लैंड टीम के कप्तान इयोन मोर्गन (Eoin Morgan) के हाथों में होगी। पिछले बार सातवें स्थान पर रहने वाली चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की टीम ने सबसे पहले फाइनल का टिकट कटाया है। दूसरी और कोलकाता की टीम ने तमाम बाधाओं को पार करते हुए फाइनल में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है।

शानदार लय में है कोलकाता की टीम

कोलकाता की टीम दो बार 2012 और 2014 में फाइनल में पहुंची है । दोनों बार उसने जीत हासिल की है। 2012 में तो कोलकाता ने चेन्नई को हराकर ही आईपीएल का खिताब जीता था। अब नौ साल बाद दोनों टीमों के बीच एक बार फिर खिताबी जंग होगी। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम रिकॉर्ड 8 बार आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेल चुकी है मगर पांच बार उसे फाइनल में हार का स्वाद चखना पड़ा है। तीन फाइनल मुकाबलों में चेन्नई की टीम को जीत हासिल हुई है। फाइनल से पहले आखिरी चार मैच जीतकर कोलकाता की टीम शानदार लय में दिख रही है और माना जा रहा है कि खिताबी मुकाबले में धोनी की टीम के सामने बड़ी चुनौती होगी।

चार मैचों में लगातार जीत से हौसले बुलंद

कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान इयॉन मोर्गन फाइनल में टीम की जीत की परंपरा को कायम रखने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि टीम के रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए टीम का हर खिलाड़ी पूरी दमखम दिखाने को तैयार है। कोलकाता की टीम ने आईपीएल 2010 के दूसरे हाफ की शुरुआत जीत के साथ की थी मगर उसके बाद टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था।

निरंतरता की कमी के कारण टीम पटरी से उतर गई थी मगर फाइनल से पहले आखिरी चार मैचों में जीत के साथ टीम के हौसले काफी बुलंद हो चुके हैं। आखिरी चार मैचों में मिली जीत से उत्साहित मोर्गन का कहना है कि टीम का हर खिलाड़ी अपना सौ फ़ीसदी प्रदर्शन करके टीम को जिताने की कोशिश करेगा।

कोलकाता की टीम दो बार फाइनल मुकाबले में पहुंची और दोनों बार उसे जीत हासिल हुई है। इससे पहले टीम 2014 में फाइनल में पहुंची थी। इस तरह केकेआर ने सात साल बाद फाइनल का टिकट हासिल करने में कामयाबी पाई है।

यूएई में किया कमाल का प्रदर्शन

कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की धरती काफी मददगार साबित हुई है। आईपीएल के 14वें सीजन के पहले चरण के दौरान कोलकाता की टीम लड़खड़ाती हुई दिख रही थी मगर UAE में टीम ने अभी तक काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। दूसरे चरण की शुरुआत के समय कोलकाता की टीम सातवें स्थान पर थी और उसे 7 मैचों में सिर्फ 2 अंक हासिल हुए थे। किसी को भी कोलकाता की टीम के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद नहीं थी मगर यूएई में खेले गए मुकाबलों में कोलकाता की टीम ने 9 में से सात मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की।

वेंकटेश के प्रदर्शन पर होगी सबकी नजर

कोलकाता की टीम की कामयाबी के पीछे वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) की प्रमुख भूमिका रही है। महज 20 लाख की बेस प्राइस में खरीदे गए इस खिलाड़ी ने अपनी ऑलराउंडर भूमिका से टीम की किस्मत ही बदल दी है। यूएई में खेले गए नौ मैचों में वेंकटेश ने तीन अर्धशतकों के साथ 320 रन बनाकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है।

वेंकटेश ने मध्यम तेज गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट भी हासिल किए हैं। बीसीसीआई ने भी वेंकटेश के महत्व को समझा है और इसी कारण उन्हें यूएई में ही रुकने को कहा गया है। ऐसे में है फाइनल मुकाबले में सबकी नजर व्यंकटेश के प्रदर्शन पर होगी।

धोनी की कप्तानी पर चेन्नई को भरोसा

दूसरी ओर चेन्नई सुपर किंग्स की ताकतवर टीम को महेंद्र सिंह धोनी की चतुर कप्तानी पर काफी भरोसा है। धोनी को वनडे और टी-20 क्रिकेट का सबसे चतुर कप्तान माना जाता रहा है। टीम इंडिया के कप्तानी के दिनों में उन्होंने कई फंसे हुए मैच अपने दम पर जीते हैं। धोनी की चतुर कप्तानी के कारण ही चेन्नई की टीम आठ बार आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेल चुकी है। हालांकि इन मुकाबलों में उसे तीन बार जीत हासिल हुई है जबकि पांच बार हार का मुंह देखना पड़ा है।

सीएसके की टीम को तीन बार फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस की टीम ने हराया है। 2019 के फाइनल मुकाबले में दोनों टीमों के बीच रोमांचक ज॔ग देखने को मिली थी जिसमें मुंबई की टीम को सिर्फ एक रन से जीत हासिल हुई थी। मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट पर 149 रन का स्कोर खड़ा किया था मगर इसके जवाब में धोनी की सेना 148 रन ही बना सकी।

कोलकाता के स्पिनर्स होंगे बड़ी चुनौती

चेन्नई की टीम के लिए कोलकाता के तीन स्पिनर्स भी बड़ी मुसीबत साबित होंगे। कोलकाता के तीन स्पिनर्स वरुण चक्रवर्ती, शाकिब अल हसन और सुनील नरेन ने अभी तक कमाल की गेंदबाजी की है। तीनों का इकोनॉमी रेट 7 से कम रहा है और तीनों ने विपक्षी टीम को अभी तक बांधकर रखा है।

इन तीनों गेंदबाजों के 12 ओवर खेलना चेन्नई की टीम के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं होगा। वरुण चक्रवर्ती ने इस सीजन में 18 और सुनील नरीन ने 14 विकेट लेकर विपक्षी टीम की कमर तोड़ी है। शाकिब ने अभी तक सिर्फ 7 मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने 4 विकेट हासिल किए हैं। वरुण चक्रवर्ती को मिस्ट्री बॉलर कहा जाता है और इस सीजन में वे अभी तक कभी 144 डॉट बार डाल चुके हैं। इन तीनों गेंदबाजों का सामना करना धोनी की टीम के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।



Chitra Singh

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